जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) में एक बार फिर आतंकियों (Terrorist) ने सुरक्षा बलों (Security Forces) पर हमला (Attack) किया है। मिली जानकारी के अनुसार इस हमले में सीआरपीएफ के एक सब इंस्पेक्टर मामूली रूप से जख्मी हो गए है।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के अली जान रोड (Ali Jan Road) पर सुरक्षा बलों पर आतंकियों ने ग्रेनेड (Grenade) फेंक कर हमला कर दिया है। ईदगाह के पास आतंकियों ने जवानों पर ये हमला किया। इस हमले के बाद जवान अलर्ट हो गए और पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान (Search Operation) शुरू कर दिया है।
वहीं श्रीनगर पुलिस (Srinagar Police) ने इस हमले की जानकारी दी और बताया कि जवानों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। हमले में घायल सीआरपीएफ के 161 बटालियन के एसआई परवेज राणा हल्की चोटें आई हैं। उन्हें इलाज के लिए एसएमएचएस अस्पताल ले जाया गया है। आतंकियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस-सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी पर आतंकी हमला
बता दें कि, इससे पहले कश्मीर संभाग में अनंतनाग के बिजबिहाड़ा इलाके में शुक्रवार को पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। हमले की जानकारी मिलते ही सुरक्षाबल की टीमें मौके पर पहुंची थीं और इलाके को घेर कर तलाशी अभियान चलाया।
आतंकियों ने बिहार के मजदूर की गोली मारकर की हत्या
इसके अलावा जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा जिले में आतंकवादियों ने बिहार के एक प्रवासी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमला मध्यरात्रि के करीब हुआ। कश्मीर जोन की पुलिस ने ट्वीट कर कहा, “मध्यरात्रि के दौरान आतंकवादियों ने बांदीपुरा के सोदनारा संबल में बिहार के मधेपुरा में बेसाढ़ के निवासी प्रवासी मजदूर मोहम्मद अमरेज, पुत्र मोहम्मद जलील पर गोली चलाई और उसे घायल कर दिया।” पुलिस ने बताया कि अमरेज को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
सरकार से मृतक का शव बिहार ले जाने में मदद करने की अपील
अमरेज के भाई मोहम्मद तमहीद ने बताया कि वे सो रहे थे तभी मध्यरात्रि के करीब 12 बजकर 20 मिनट पर उन्होंने गोलियां चलने की आवाज सुनी। उन्होंने बताया, “हम सो रहे थे, तभी रात करीब 12 बजकर 20 मिनट पर मेरे छोटे भाई ने कहा कि उसने गोलियां चलने की आवाज सुनी है। मैंने उससे कहा कि इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं, इसलिए सो जाए। लेकिन उसने मुझे बताया कि वह बाहर देखकर आ रहा है, क्योंकि एक अन्य भाई कमरे में नहीं है।” तमहीद ने कहा, “वह सीढ़ियों से नीचे गया और देखा कि अमरेज खून से लथपथ है। हमने सेना को बुलाया। वे मौके पर पहुंचे और उसे हजिन ले गए। चिकित्सकों ने उसे श्रीनगर ले जाने को कहा, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।” तमहीद और अमरेज के साथियों ने सरकार से अपील की है कि वह मृतक का शव बिहार ले जाने में उनकी मदद करे।
सेना के शिविर पर आत्मघाती हमला, तीन जवान शहीद, 2 आतंकी ढेर
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में गुरुवार को तड़के दो आतंकवादियों ने सेना के एक शिविर पर एक आत्मघाती हमला किया, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए। चार घंटे तक चली गोलीबारी के बाद दोनों आतंकवादी मारे गए। जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया, “गुरुवार की तड़के, राजौरी जिले के पारगल में सेना की चौकी पर तैनात सतर्क संतरियों ने संदिग्ध व्यक्तियों को खराब मौसम का फायदा उठाते हुए चौकी के पास आते देखा।
” उन्होंने कहा कि संतरियों ने उन दो आतंकवादियों को चुनौती दी, जिन्होंने चौकी के अंदर प्रवेश करने का प्रयास करते हुए ग्रेनेड फेंके। उन्होंने बताया कि हालांकि, सतर्क सैनिकों ने क्षेत्र को घेर लिया। आनंद ने बताया कि गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए और इस अभियान में भारतीय सेना के छह सैनिक घायल हो गए और उनमें से तीन जवान शहीद हो गए।