देश में हर जगह बड़े ही धूम-धाम से आजादी का जश्न मनाया जाता है, लेकिन इस दौरान जो भी प्रतिभागी इन स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति देकर चार चांद लगाते हैं जिला प्रशासन का उनकी ओर कोई ध्यान नहीं जाता और मुख्य अतिथि के आने से एक घंटा पहले ही बच्चों को ग्राउंड में खड़ा कर दिया जाता है। ऐसा ही कुछ स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान परेड में शामिल बच्चों को लेकर देखने को मिला। जहां प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल मुख्य अतिथि के आने से एक घंटा पहले ही बच्चों को ग्राउंड में खड़ा कर दिया जाता है। कार्यक्रम आयोजित कराने वाले अधिकारी मुख्य अतिथि की जी-हजूरी में ही लगे रहते है और स्कूली बच्चों की अनदेखी की घटनाएं सामने आती हैं।
लंबे भाषण से छात्रों की तबीयत हुई खराब
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा आज मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। उनका भाषण लगातार 30 से अधिक मिनट तक चलता रहा, जिस कारण परेड में हिस्सा ले रहे बच्चे तथा कई पुलिसकर्मियों को चक्कर आए और वह बीच में ही गिर गए।
यही नहीं चक्कर आकर गिरने वाली तीन लड़कियों की हालत इतनी खराब हो गई कि उनको हॉस्पिटल में एडमिट करवाना पड़ा. गिरने वाली दो लड़कियों को दांत पर गहरी चोटें आई। एक लड़की की चक्कर आने से तबीयत ज्यादा खराब हो गई जिसके बाद उसे कलायत के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
प्रोग्राम में पहुंचीं टीचर मंजू ने बताया कि ज्यादा गर्मी होने के कारण कुल 2 छात्राएं चक्कर आकर गिर गई थी जिनमें से एक के मुंह तथा दांतों पर चोट आई है। बच्चों के साथ आए अभिभावक का कहना है कि मुख्य अतिथि तो कूलर की ठंडी हवा में आराम से भाषण देते रहे, लेकिन बच्ंचो को इतनी गर्मी में नहीं खड़ा रखना चाहिए था। यह सब मुख्य अतिथि के लंबे भाषण के कारण हुआ है जो उनके बच्चे चोटिल हुए है।
छात्राओं के पास हॉस्पिटल में नहीं था कोई टीचर
मिली जानकारी के अनुसार छात्राओं के पास हॉस्पिटल में ना तो उनके कोई टीचर साथ थे और ना ही कोई जिला प्रशासन का अधिकारी। कलायत हॉस्पिटल में दाखिल छात्राओं के बारे में जानकारी देते हुए डॉक्टर ने बताया कि उनके हॉस्पिटल में कुल 3 छात्राओं को लाया गया है, जिनमें से 2 छात्राओं को मुंह पर चोट लगी है तथा एक छात्रा की चक्कर आने से तबीयत खराब हो गई थी. फिलहाल सभी की हालत स्थिर है।
प्रोग्राम के आयोजन की व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन के उन अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा होता है जिनके कंधों पर यह पूरा प्रोग्राम चल रहा था। जिला लोक संपर्क विभाग के अधिकारियों द्वारा मुख्य अतिथि का भाषण काफी लंबा लिखा गया था, जिसको मुख्य अतिथि रणबीर गंगवा ने पूरा पढ़ा जिस कारण यह स्थिति पैदा हुई।
बच्चों के अभिभावकों ने कार्यक्रम की व्यवस्था पर उठाए सवाल
कार्यक्रम में अपने बच्चों के साथ आए अभिभावकों तथा अध्यापकों ने कार्यक्रम की व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मुख्य अतिथि तो कूलर की ठंडी हवा में आराम से भाषण देते रहे परंतु बच्चों को इतनी गर्मी में लंबे समय तक खड़ा रखना पड़ा। यह सब मुख्य अतिथि के लंबे भाषण के कारण हुआ है। कलायत हॉस्पिटल में दाखिल छात्राओं के बारे में जानकारी देते हुए डॉक्टर ने बताया कि उनके हॉस्पिटल में कुल 3 छात्राओं को लाया गया है, जिनमें से 2 छात्राओं को मुंह पर चोट लगी है तथा एक छात्रा चक्कर आने से तबीयत खराब हो गई थी। फिलहाल सभी की हालत स्थिर है।