तेजस्वी यादव शपथ ग्रहण के बाद बिहार के उप मुख्यमंत्री (Tejashwi Yadav) बन चुके हैं। वहीं जब मीडिया कर्मियों ने बिहार की राजनीतिक उथलपुथल को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी कहा कि हम लोग बिहार की जनता के लिए काम करना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी वाले सत्ता पाने के लिए राजनीति करते हैं। बीजेपी के लोग जो डरता है उसके पीछे सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी छोड़ (Fear of CBI ED on opposition ) देतीं हैं। जो बिकता है उसे खरीद लेंती हैं, हाल के दिनों में झारखंड और महाराष्ट्र में ऐसा ही देखने को मिला।
जो डरेगा उसके पीछे भाजपा CBI, IT, ED लगा देंगी
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि ‘बिहार में क्या हो रहा है सब लोग देख नहीं रहा है क्या? झारखंड में क्या हुआ, महाराष्ट्रा में क्या हुआ? हम लोग जनता के लिए चिंतित रहते हैं। उनके लिए काम करना चाहते हैं। काम को लेकर राजनीति होनी चाहिए। ये भाजपा के लोग जो डरेगा उसके पीछे CBI, IT, ED लगा देंगे। जो बिकेगा उसके लिए रकम फिक्स कर देंगे। बाकी सभी लोगों को ललन जी ने विस्तार से बताया ही है। बीजेपी वालों का चाल-चरित्र और चेहरा उजागर है। जो मुस्कान बिहार के गरीबों के चेहरे से गायब था वो महागठबंधन की सरकार बनते ही लौट आई है’।
‘2024 की तैयारी करे बीजेपी
वहीं शहीद दिवस के मौके पर पटना में श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पहुंचे तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी को बिहार में सत्ता वापसी की चिंता छोड़कर 2024 की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए, क्योंकि महागठबंधन टूटने वाला नहीं है। हम लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Who Is Bihar CM ) के साथ मजबती से खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग मजबूती से नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के नेतृत्व में एकजुट हैं। हम लोगों ने इन्हें नेता माना है. अब बीजेपी के लोग 2024 की चिंता करें।’हमलोगों को ED और CBI का डर नहीं’।
बता दें कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ईडी-सीबीआई को लेकर पहले ही कहा था कि हम लोगों को कोई डर नहीं लगता है. हम लोग अपने वेतन से जीते हैं या फिर किराए से। जदयू विधायकों को तोड़ने वाली खबर को लेकर ललन सिंह ने कहा कि हमारे विधायकों को कोई तोड़ नहीं पाएगा। वह तो आरजेडी विधायकों पर डोरे डाला जा रहा था। कहा जा रहा था चार-पांच दिन रुक जाओ। उन्होंने जदयू पार्टी से निकाले गए पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यहां तो एक ही एजेंट था जिसे नीतीश कुमार ने पहचान लिया। 24 घंटे के भीतर ही सियासी बयानबाजी में ED, CBI की दूसरी बार एंट्री हुई है।