कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को पहली बार मीडिया के सामने अपना बयान दिया। इस दौरान जहां एक तरफ उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की। आजाद ने पीएम नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए उनकी तारीफ की और कहा, ‘जिन लोगों को राज्यसभा में पीएम मोदी की स्पीच में कुछ दिखता है वो सही नहीं हैं। अगर कोई इतना अनपढ़ और जाहिल है तो वो मोदी की स्पीच पढ़े। मोदी साहब ने शादी नहीं की, बच्चे नहीं हैं.. मैं तो उनको बड़ा क्रूर आदमी समझता था। लेकिन उन्होंने तो इंसानियत दिखाई है।’ उन्होंने कहा कि कम से कम मोदी और उनके गृह मंत्री फाइलें तो पढ़ते हैं।
कांग्रेस पर बोला हमला
आजाद ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जी23 नेताओं द्वारा चिट्ठी लिखे जाने के बाद से कांग्रेस पार्टी का मेरे साथ विवाद था। पार्टी कभी नहीं चाहती थी कि उनसे किसी तरह का कोई सवाल किया जाए या पार्टी नेतृत्व को सुझाव दिया जाए। गुलाम नबी ने आगे कहा कि मोदी तो बहाना है. कांग्रेस की कई बैठकें हुईं थीं, लेकिन एक भी सुझाव नहीं लिया गया।
जयराम रमेश पर निकाली भड़ास
पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम ने जयराम रमेश पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘पहले वे (जयराम रमेश) अपना DNA चेक करवाएं कि कहां के हैं और किस पार्टी से हैं. वह देखें कि उनका DNA किस-किस पार्टी में रहा है. बाहर के लोगों को कांग्रेस का अता-पता नहीं है. चापलूसी और ट्विट कर जिन्हें पद मिले अगर वे आरोप लगाएं तो हमें दुख होता है।
दरअसल, पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को आजाद पर निशाना साधते हुए कहा था कि गुलाम नबी आजाद का डीएनए ‘मोदी-मय’ हो गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि आजाद ने पार्टी को धोखा दिया है। उनका रिमोट कंट्रोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास है. जयराम ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री नबी ने ऐसे समय पर कांग्रेस को छोड़ने का फैसला किया, जब पार्टी महंगाई, बेरोजगारी और ध्रुवीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ रही थी।