Tuesday, May 21, 2024
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Winter Solstice : 22 December को होती है साल की सबसे लंबी रात, जानिए इसके पीछे की ये खास वजह

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Winter Solstice : जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पृथ्वी पर हर दिन एक समान नहीं होता है, कभी दिन बड़ा होता है तो कभी रातें। ठीक उसी तरह 22 दिसंबर को साल का सबसे छोटा दिन (Shortest Day) और सबसे लंबी रात (Longest Night) होती है (यानी की इस दिन सिर्फ 10 घंटे 41 मिनट का दिन होगा और 13 घंटे 19 मिनट की रात रहेगी। ऐसा होने के पीछे भी एक खास वैज्ञानिक कारण है, चलिए आपको बताते है इस खास दिने के बारे में ये दिलचस्प वजह…

पहले जान लें कि दुनिया में हर जगह ऐसा नहीं होता है। ये फेनोमेनन (Phenomenon) सिर्फ अर्थ (Earth) के नॉर्थेर्न हेमिस्फेयर (Northern Hemisphere) में ही होती है। साउथर्न हेमिस्फेयर (Southern Hemisphere) में बिलकुल इसका उल्टा होता है और 22 दिसंबर उनके लिए साल का सबसे लम्बा दिन होता है।

लगभग 10 घंटे का ही होगा दिन

22 दिसंबर को हर देश में सूर्योदय सुबह 6 से 7 बजने के कुछ देर बाद तक हो जाता है। उदहारण के तौर पर दिल्ली (New Delhi) में 22 दिसंबर को 7 बजकर 11 मिनट पर सूर्योदय हुआ और 5 बज कर 29 मिनट पर सूर्यास्त होगा, जिसका मतलब ये है कि देश की राजधानी में आज का दिन 10 घंटे और 19 मिनट का रहेगा। कोलकाता (Kolkata) में सूर्योदय का समय है 6 बज कर 12 मिनट, जबकि सूर्यास्त 4 बज कर 58 मिनट पर होगा।

जानें इसके पीछे की वजह

जैसा कि आप सभी को मालूम है कि हमारी पृथ्वी (Earth) सूर्य (Sun) के चारों ओर चक्कर लगाती है। 22 दिसंबर के दिन पृथ्वी और सूर्य की पोजीशन (Position) कुछ ऐसी रहती है की सूर्य , मकर रेखा (Tropic of Capricon) के सीध में होता है। इस वजह से नॉर्थेर्न हेमिस्फेयर के देशों तक सूर्य की रोशनी लम्बे समय तक नहीं पहुंच पाती है। यहीं कारण होता है कि नॉर्थेर्न हेमिस्फेयर के देशों में 22 दिसंबर को सबसे छोटा दिन होता है।

22 दिसंबर को विंटर सोल्स्टिस भी कहा जाता है

वैज्ञानिकों के अनुसार, 22 दिसंबर को सूर्य कर्क रेखा (Tropic of Cancer) की ओर से मकर रेखा (Tropic of Capricon) की ओर दक्षिण की तरफ बढ़ता है। इस दिन से बर्फ़बारी में और तेज़ी आती है साथ ही मैदानी इलाकों में भी ठण्ड अधिक होने लगती है। इस दिन को विंटर सॉल्सटिस (Winter solstice) भी कहते है। सॉल्सटिस एक लैटिन शब्द है जो सोल्स्टिम (Sōlstitium) से बना है। लैटिन शब्द सोल (sōl) का अर्थ होता है सूर्य जबकि सेस्टेयर (sistere) का अर्थ होता है स्थिर खड़ा रहना। इन दोनों शब्दों को मिलाकार सॉल्सटिस शब्द बनता है जिसका अर्थ होता है सूर्य का स्थिर रहना।

साउथर्न हेमिस्फेयर का सबसे बड़ा दिन

विंटर सॉल्सटिस के दौरान साउथर्न हेमिस्फेयर में सूर्य की किरणें अधिक पड़ती हैं। साउथर्न हेमिस्फेयर में सूर्य सबसे ज्यादा देर तक रहता है और इस इलाके में पड़ने वाले देशों में इस दिन सबसे बड़ा दिन होता है। अर्जेंटिना (Argentina), ऑस्ट्रेलिया (Australia) और दक्षिण अफ्रीका (South Africa) जैसे देशों में इस दिन से गर्मी की शुरुआत हो जाती है।

धरती की स्थित की वजह से दक्षिणी गोलार्ध में इस दिन सबसे बड़ा दिन होता है, तो दूसरे क्षेत्र में सबसे छोटा दिन। दूसरे ग्रहों की तरह धरती भी 23.5 डिग्री पर झूकी हुई है। झुके हुए अक्ष पर धरती के घूमने से सूर्य की किरणें एक जगह अधिक और दूसरी जगह कम पड़ती हैं।

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