भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने चीन की वांग झी यी को हराकर अपना पहला सिंगापुर ओपन खिताब (Singapore Open Final) जीतकर इतिहास रच दिया है। पीवी सिंधु ने फाइनल मुकाबले में चीन की वांग झी यी को 21-9, 11-21 और 21-15 से हराया है। यह पहली बार है जब सिंधु ने सिंगापुर ओपन का टाइटल जीता है। यह इस सीजन का उनका तीसरा खिताब है।
बता दें कि, सिंधु ने फाइनल में रविवार को दुनिया की 8वें नंबर की खिलाड़ी जी यी वांग को मात दी। 2 बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट सिंधु करीब 4 महीने बाद किसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी। इससे पहले उन्होंने इस साल मार्च में स्विस ओपन का खिताब जीता था। सिंगापुर ओपन के फाइनल में भारतीय स्टार ने चीनी चुनौती को 21-9, 11-21, 21-15 से हराया।
इससे पहले उन्होंने सेमीफाइनल में जापान की निचली रैंकिंग पर काबिज साएना कावाकामी पर 32 मिनट में 21-15, 21-7 से जीत दर्ज की थी. यह उनका 2022 सत्र का पहला सुपर 500 खिताब है. फाइनल की बात करें तो दोनों के बीच कड़ा मुकाबला खेला गया। सिंधु ने जितनी आसानी से पहला गेम जीता, उतनी ही आसानी से दूसरा गेम गंवा भी दिया था, मगर तीसरे गेम में नजर आया कि दोनों खिताब के लिए आमने सामने है।
सिंधु ने पहला गेम आसानी से 21- 9 से अपने नाम किया. पहले गेम में शुरुआती 2 अंक वांग ने लेकर बढ़त हासिल कर ली थी, मगर इसके बाद सिंधु ने लगातार 11 अंक हासिल करके चीनी खिलाड़ी पर दबाव बना दिया, हालांकि इसके बाद वांग ने वापसी की पूरी कोशिश की, मगर अंतर अधिक होने के कारण सिंधु पर चीनी खिलाड़ी दबाव नहीं बना पाई।
पहला गेम आसानी से गंवाने के बाद चीनी चुनौती ने दूसरे गेम में जोरदार वापसी की और पूर्व वर्ल्ड चैंपियन को हराकर मुकाबला रोमांचक बना दिया। वांग ने दूसरे गेम के शुरुआत में ही लगातार 5 अंक लेकर अपना इरादा बता दिया था। 0-5 से पिछड़ने के बाद सिंधु ने अंक जोड़ना शुरू किया, मगर वो दूसरे गेम में काफी पिछड़ चुकी थीं, जिसे वो भर नहीं पाई और 11- 21 से दूसरा गेम हार गईं।
तीसरे गेम की शुरुआत दोनों ने आक्रामक अंदाज में की और दोनों के बीच शुरुआत ने एक शानदार रैली देखने को मिली. 2-3 से पिछड़ने के बाद भारतीय स्टार ने वापसी की और 4-3 से बढ़त हासिल की। इसके बाद 9- 6 की बढ़त को सिंधु ने देखते ही देखते 11- 6 कर लिया और 5 अंकों की मजबूत बढ़त ले ली। हालांकि इसके बाद वांग ने लगातार 2 अंक हासिल करके इस अंतर को कम किया और एक समय सिंधु की बढ़त 12- 10 ही रह गई. बढ़त कम होते देख सिंधु ने और आक्रामक रवैया अपनाया और मजबूत स्मैश लगाया और 4 अंक की बढ़त हासिल की। सिंधु ने चीनी खिलाड़ी को दबाव बनाकर गलती करने पर मजबूर किया और 21- 15 से तीसरा गेम जीतने के साथ ही खिताब भी अपने नाम कर लिया।