Friday, September 20, 2024
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लाल किले के प्राचीर से बोलें PM मोदी- भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से बचाव जरूरी, इससे हर हाल में लड़ना होगा

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आजादी के 75 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज राजधानी दिल्ली स्थित लाल किले की प्राचीर से नौवीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया और देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सभी भारत प्रेमियों और भारतीयों को आजादी के अमृत महोत्सव की बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान का कोई कोना, कोई काल ऐसा नहीं था, जब देशवासियों ने सैंकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग न की हो, जीवन न खपाया हो, यातनाएं न झेली हो, आहुति न दी हो। आज हम सब देशवासियों के लिए ऐसे हर महापुरुष को, हर त्यागी और बलिदानी को नमन करने का अवसर है।

भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से बचाव जरूरी

बेटियों को जितने मौके देंगे, वो उससे ज्यादा लौटाएंगी। खेल के मैदान से लेकर युद्ध तक में नारी शक्ति देखने को मिल रही है। भारत में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से बचाव जरूरी है. भ्रष्टाचार से हर हाल में लड़ना होगा. बैंक लुटनेवालों की संपत्ति जब्त हो रही है।देश के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं. पहली चुनौती – भ्रष्टाचार और दूसरी चुनौती – भाई-भतीजावाद, परिवारवाद। भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है, उससे देश को लड़ना ही होगा. हमारी कोशिश है कि जिन्होंने देश को लूटा है, उनको लौटाना भी पड़े, हम इसकी कोशिश कर रहे हैं।

विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदला- पीएम मोदी

आजादी के इतने दशकों के बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है। समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर दुनिया खोजने लगी है. विश्व का ये बदलाव, विश्व की सोच में ये परिवर्तन 75 साल की हमारी यात्रा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि कई चुनौतियों के बावजूद भारत रुका नहीं, झुका नहीं और आगे बढ़ता रहा।

उन्होंने कहा कि आज उन लोगों को स्मरण करने का दिन है, जिन्होंने 75 साल में अनेक कठिनाइयों के बीच भी देश को आगे बढ़ाने के लिए अपने से जो हो सका, वो करने का प्रयास किया है।

बच्चे विदेश में बने खिलौनों से नहीं खेलना चाहते

मैं 5-7 साल की उम्र के बच्चों को सलाम करता हूं। मुझे पता चला कि वे विदेश में बने खिलौनों से नहीं खेलना चाहते. यह आत्मानिर्भर भारत का प्रतिबिंब है।

आत्मनिर्भर भारत समाज का जनआंदोलन है: मोदी

आत्मनिर्भर भारत, ये हर नागरिक का, हर सरकार का, समाज की हर एक इकाई का दायित्व बन जाता है. आत्मनिर्भर भारत, ये सरकारी एजेंडा या सरकारी कार्यक्रम नहीं है, ये समाज का जनआंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है।

जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान

पीएम मोदी ने कहा- जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान। इनोवेशन बहुत जरूरी है. देश 5जी की ओर कदम बढ़ा चुका है. आज 75 साल बाद मेड इन इंडिया गन से सलामी दी गई. डिजिटल क्रांति से नया विश्व बन रहा है। आज दुनिया होलिस्टिक हेल्थकेयर की बात कर रही है। जब वे समग्र स्वास्थ्य देखभाल का उल्लेख करते हैं तो वे भारत के योग और आयुर्वेद को देखते हैं. यह वह विरासत है जो हम दुनिया को दे रहे हैं।

ग्लोबल वार्मिंग के समाधान का रास्ता हमारे पास है: मोदी

आज विश्व पर्यावरण की समस्या से जो जूझ रहा है. ग्लोबल वार्मिंग की समस्याओं के समाधान का रास्ता हमारे पास है. इसके लिए हमारे पास वो विरासत है, जो हमारे पूर्वजों ने हमें दी है. हम वो लोग हैं, जो जीव में शिव देखते हैं, हम वो लोग हैं, जो नर में नारायण देखते हैं, हम वो लोग हैं, जो नारी को नारायणी कहते हैं, हम वो लोग हैं, जो पौधे में परमात्मा देखते हैं, हम वो लोग हैं, जो नदी को मां मानते हैं, हम वो लोग हैं, जो कंकड़-कंकड़ में शंकर देखते हैं.

देश में हर नारी का सम्मान जरूरी: मोदी


नारी का अपमान किया जाना ठीक नहीं है. देश में हर हाल में नारी का सम्मान जरूर है. नारी के सम्मान में ही राष्ट्र का गौरव है. बेटा-बेटी को एक समान मानना होगा.

हमें भारत को पहले रखना होगा: मोदी

आजादी के इतने दशकों बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है. विश्व भारत की तरफ गर्व और अपेक्षा से देख रहा है. समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर, दुनिया खोजने लगी है. भारत की जीवनशैली से दुनिया प्रभावित है. जो भी करें ‘इंडिया फर्स्ट’ को पहले रखना होगा, इससे अखंड भारत का मार्ग प्रशस्त होगा.

औरों की तरह दिखने की कोशिश नहीं करनी है: मोदी

कोरोना के कालखंड में दुनिया वैक्सीन लेने या न लेने की उलझन में जी रही थी। उस समय हमारे देश लोगों ने 200 करोड़ डोज लेकर दुनिया को चौंका देने वाला काम करके दिखाया औरों की तरह दिखने की कोशिश नहीं करनी है. जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे, तभी तो ऊंचा उड़ेंगे।

देश की हर भाषा पर गर्व होना चाहिए: PM

बड़े संकल्प के साथ जुड़े तो आजादी मिली। देशवासियों तक सुविधाएं तेजी से पहुंच रही हैं। देश की हर भाषा पर गर्व होना चाहिए। हर क्षेत्र में विकास को पंख लगे हैं. 25 साल भारत के सपने पूरे करने के साल हैं।

आदिवासी समाज को नहीं भूल सकते: मोदी

जब हम स्वतंत्रता संग्राम की बात करते हैं तो हम आदिवासी समुदाय को नहीं भूल सकते. भगवान बिरसा मुंडा, सिद्धू-कान्हू, अल्लूरी सीताराम राजू, गोविंद गुरु, ऐसे असंख्य नाम हैं जो स्वतंत्रता संग्राम की आवाज बने और आदिवासी समुदाय को मातृभूमि के लिए जीने और मरने के लिए प्रेरित किया।

आकांक्षी समाज किसी भी देश की सबसे बड़ी संपत्ति होता है

आकांक्षी समाज किसी भी देश की सबसे बड़ी संपत्ति होता है. देश का हर नागरिक चीजों को बदलना चाहता है और बदलाव देखना चाहता है. वे अपनी आंखों के सामने बदलाव देखना चाहते हैं. भारत एक आकांक्षी समाज है जहां सामूहिक भावना से परिवर्तन हो रहे हैं. हर सरकार को इस आकांक्षा समाज को संबोधित करना होगा.’

अब बड़ा संकल्प लेकर चलना होगा: मोदी

देश को अब बड़ा संकल्प लेकर चलना होगा. वो है विकसित भारत. इससे कम अब कुछ भी नहीं होगा. गुलामी के अहसास को बिल्कुल भुलाना होगा. भारत को देखने का दुनिया का नजरिया बदला है. अगले 25 साल देश के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।

देशवासियों ने हर कोने में लक्ष्यावधि कार्यक्रम किए: पीएम

2014 में देश की जनता ने मुझे जिम्मेदारी दी थी. मैं आजादी के बाद पैदा हुआ पहला व्यक्ति था जिसे लाल किले से लोगों को संबोधित करने का मौका मिला। अमृत महोत्सव के दौरान देशवासियों ने देश के हर कोने में लक्ष्यावधि कार्यक्रम किए. शायद इतिहास में इतना विशाल, व्यापक, लंबा एक ही मकसद का उत्सव मनाया गया हो. वो शायद एक पहली घटना हुई है।

भारत के पास अनमोल क्षमता: मोदी

देश का नागरिक अब इंतजार करना नहीं चाहता है. वो अब बदलाव चाहता है। भारत लोकतंत्र की जननी है। भारत ने साबित कर दिया है कि उसके पास एक अनमोल क्षमता है और अपनी 75 साल की यात्रा के दौरान कई चुनौतियों का सामना किया है।

महापुरुषों के आगे नतमस्तक होने का वक्त: PM

आजादी की लड़ाई लड़ने वाले हों या राष्ट्र का निर्माण करने वाले हों, ऐसे महापुरुषों के आगे नतमस्तक होने का वक्त है, चाहे वो डॉ राजेंद्र प्रसाद हों, नेहरू जी हों, सरदार पटेल हों, एसपी मुखर्जी हों, एलबी शास्त्री हों, दीनदयाल उपाध्याय हों, जेपी नारायण हों, राममनोहर लोहिया हों, विनोबा भावे हों, नानाजी देशमुख हों और सुब्रमण्यम भारती हों।

ये देश असंख्य क्रांतिकारियों का आभारी: मोदी

यह देश मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, अशफाकउल्ला खान, राम प्रसाद बिस्मिल और हमारे असंख्य क्रांतिकारियों का आभारी है जिन्होंने ब्रिटिश शासन की नींव हिला दी।

आन-बान-शान से लहरा रहा तिरंगा: मोदी

न सिर्फ हिंदुस्तान का हर कोना, लेकिन दुनिया के हर कोने में आज किसी न किसी रूप में भारतीयों के द्वारा या भारत के प्रति अपार प्रेम रखने वाला विश्व के हर कोने में ये हमारा तिरंगा आन-बान-शान के साथ लहरा रहा है।

पीएम ने किया सावरकर का जिक्र

कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले बापू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, बाबासाहेब अंबेडकर, वीर सावरकर के प्रति नागरिक आभारी हैं. कर्तव्य पथ ही उनका जीवन पथ रहा. हर भारतीय गर्व से भर जाता है जब वे भारत की महिलाओं की ताकत को याद करते हैं, चाहें वो रानी लक्ष्मीबाई हों या झलकारी बाई, चेन्नम्मा हों या बेगुन हजरत महल हों।

आज शहीदों को नमन करने का दिन: मोदी

पीएम मोदी ने कहा का आज शहीदों को नमन करने का दिन है। शहीदों ने अंग्रेजों की नींव हिला दी थी। आजादी दिलाने वाले महापुरुषों को नमन। देश शहीदों के प्रति कृतज्ञ है।

लाल किले पर पीएम मोदी का संबोधन शुरू हुआ

आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देशवासियों को अनेक-अनेक शुभकामनाएं। बहुत-बहुत बधाई. मैं विश्व भर में फैले हुए भारत प्रेमियों को, भारतीयों को आजादी के इस अमृत महोत्सव की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

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