उत्तर प्रदेश में अयोध्या विकास प्राधिकरण ने शहर में अवैध प्लॉटिंग और अवैध कॉलोनाइजर की सूची जारी की है। जिसमें नगर निगम अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा का सहित कई रसूखदारों के नाम हैं। अवैध प्लाटिंग और कब्जों को लेकर भाजपा नेताओं के नाम सामने आने के बाद विपक्षी लागातर उनपर निशाना साध रहे है। वहीं इसे लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा पर हमला बोला है, उन्होंने लिखा, ‘हमने पहले भी कहा है फिर दोहरा रहे हैं भाजपा के भ्रष्टाचारी कम-से-कम अयोध्या को तो छोड़ दें।
लल्लू सिंह ने सीएम योगी को लिखा था पत्र
इसके अलावा उन्होंने शासन स्तर से उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। उन्होंने मांग की कि अयोध्या विकास प्राधिकरण के कुछ खास पटल कार्यालय और नजूल के रिकॉर्ड रूम को तत्काल सील किया जाए। बता दें कि बीजेपी सांसद लल्लू सिंह ने अधिकारियों और भू-माफियाओं के बीच गठजोड़ को लेकर सीएम योगी को पत्र लिखकर एसआईटी बनाकर जांच करने की मांग की थी। वहीं, प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने कहा कि लोगों को नोटिस भेजने की कार्रवाई की जा रही है. जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
सरयू नदी के किनारे डूब क्षेत्र में कर दी प्लॉटिंग
दरअसल, आरोप है कि सरयू नदी के किनारे डूब क्षेत्र, सरकारी नजूल और ग्रामीण क्षेत्र की जमीनों के एक बड़े हिस्से को अधिकारियों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर प्रॉपर्टी डीलरों ने बेचा है. इस खरीद-फरोख्त में मानकों की धज्जियां उड़ाई गई हैं। फैजाबाद शहर के तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से कॉलोनियां बसाई गईं. लोगों ने यहां अपने घर बना भी लिए।
बता दें कि, अयोध्या विकास प्राधिकरण ने भूमाफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। प्रधिकरण ने अयोध्या में 40 अवैध प्लाटिंग करने वालों की लिस्ट जारी की है। चौंकाने वाली बात यह है कि इसमें अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा समेत कई नाम शामिल हैं। वहीं सपा नेता और पूर्व राज्यमंत्री पवन पांडे ने कमिश्नर को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि इस गोरखधंधे में विकास प्राधिकरण नजूल और राजस्व विभाग के कई भ्रष्ट अफसर भी शामिल हैं।