Story Of Rakesh Jhunjhunwala : शेयर मार्केट के बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने रविवार को महाराष्ट्र के मुंबई स्थित ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। झुनझुनवाला ने पिछले महीने 5 जुलाई को अपना 62वां जन्मदिन मनाया था। एक मिडिल क्लास फैमिली में जन्मे झुनझुनवाला का बिग बुल बनने का सफर काफी रोमांचक है। कारोबार जगत में अपनी अलग किस्म की पैठ की वजह से उन्हें “इंडिया का वॉरेन बफे”, “किंग ऑफ डिविडेंड” और “दलाल स्ट्रीट का बुल” तक कहा जाता था। वह ट्रेडर के अलावा सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) भी थे।
राकेश झुनझुनवाला जब कॉलेज में थे तभी 1985 में स्टॉक मार्केट में निवेश करना शुरू कर दिया था। उस समय BSE सेंस्क्स 150 अंक के आस-पास था और झुनझुनवाला ने महज 5,000 रुपए के साथ निवेश की शुरुआत की थी। हालांकि, ये रकम भी उस वक्त काफी ज्यादा थी। राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) की कुल नेटवर्थ लगभग 39 करोड़ रुपए के आस-पास थी।
Rakesh Jhunjhunwala : बेबाक था स्वभाव, रिस्क लेने में न हटते थे पीछे
देश के नामचीन लोगों और धनकुबेरों में उनकी गिनती की जाती थी। वह हंगामा मीडिया और एपटेक के चेयरमैन भी थे। साथ ही वायरॉय होटल्स, कानकॉर्ड बायोटेक, प्रोवोग इंडिया और जियोजीत फाइनैंशियल सर्विसेज के डायरेक्टर भी थे। बेबाकी उनके स्वभाव में थे।
झुनझुनवाला के परिवार में कौन-कौन है?
5 जुलाई, 1960 में जन्मे झुनझुनवाला ने शेयर कारोबार में निवेश के जरिए करीब 46 हजार करोड़ रुपए का साम्राज्य खड़ा किया। वह अपने पीछे पत्नी रेखा, बेटी निष्ठा, बेटे आर्यमान और आर्यवीर को छोड़ गए। उनका सबसे अधिक निवेश टाइटन, स्टार हेल्थ, मेट्रो ब्रांड, टाटा मोटर्स और क्रिसिल में था।
कॉलेज के दिनों में करने लगे थे ट्रेडिंग
मिडिल क्लास परिवार में जन्मे झुनझुनवाला फाइनैंस बैकग्राउंड से ताल्लुक रखते थे और स्टॉक मार्केट के प्रति लंबे समय से उनका झुकाव था। वह जब कॉलेज में थे, तब ही उन्होंने ट्रेडिंग करना शुरु कर दिया था। यह बात साल 1985 के आसपास की है। उन्होंने तब 5000 रुपए लगाए थे। उसके बाद उन्होंने कभी पूछे मुड़कर न देखा और फिर आगे चलकर 2022 तक उन्होंने 4.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर (फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार) की नेट वर्थ बना ली।
पिता ने जब पैसे देने से कर दिया था इन्कार
झुनझुनवाला बेशक स्टॉक मार्केट को लेकर दोस्त-यारों में बात करते थे, पर पिता ने कभी उन्हें ट्रेडिंग के लिए पैसे देने से साफ इन्कार कर दिया था। जोखिम उठाते हुए उन्होंने अपने भाई के क्लाइंट्स से रुपए उधार लिए और वादा किया कि वह उन्हें अधिक रिटर्न के साथ उन्हें वह मूल रकम लौटाएंगे। 1986 में जब उन्होंने टाटा टी के 5000 शेयर 43 रुपए में खरीदे तब उन्हें बड़ा मुनाफा हुआ। तीन महीनों में उन्हें तिगुना प्रॉफिट (143 रुपए) हुआ था।
बॉलीवुड फिल्में को भी किया प्रड्यूस
उन्होंने तीन बॉलीवुड फिल्में भी प्रड्यूस की थीं, जिनमें इंग्लिश विंग्लिश, शमिताभ और कि एंड का शामिल हैं। उन्होंने इसके अलावा 1999 में चार साझेदारों के साथ मिलकर हंगामा डिजिटल मीडिया की शुरुआत की, जिसका नाम आगे चलकर हंगामा डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड हो गया।
फूडी भी थे, ये चीजें थीं बेहद पसंद
कम लोग ही जानते हैं कि वह खाने के बड़े शौकीन थे। उन्हें स्ट्रीट फूड, डोसा और चाइनीज कूजीन बेहद पसंद था। दिल से मुंबईकर थे और पावभाजी बड़े चाव से खाते थे। फ्री समय में वह खाने-पीने से जुड़े शो देखना पसंद करते थे।
पहली जीत
राकेश झुनझुनवाला को स्टॉक मार्केट में पहली जीत टाटा टी से मिली। साल 1986 में झुनझुनवाला ने 5 लाख का मुनाफा कमाया। टाटा टी के 5000 शेयर उन्होंने खरीदे। देखते ही देखते यह मात्र तीन महीने में 143 के स्तर पर पहुंच गया। उनका पैसा 3 गुना से ज्यादा बढ़ गया।
शेयर मार्केट में बिग बुल नाम से प्रसिद्ध झुनझुनवाला हर्षद मेहता के दिनों में बियर हुआ करते थे। हर्षद मेहता घोटाले के बाद झुनझुनवाला ने शेयर बेचकर बहुत पैसा कमाया। एक इंटरव्यू में झुनझुनवाला ने खुद बताया कि उन्होंने शॉर्ट सेलिंग यानी शेयर बेचकर खूब पैसा बनाया, वो एक बियर का हिस्सा था। ऐसे ही Bear Cartel का नेतृत्व मनु मानेक ने किया था, जिसे ब्लैक कोबरा के नाम से जाना जाता है, इसमें राधाकिशन दमानी और राकेश झुनझुनवाला सहित अन्य लोग शामिल हैं। हर्षद मेहता पर बनी वेब सीरिज Scam 1992 में भी इन सबका जिक्र है। पत्रकार सुचेता दलाल ने 1992 में हर्षद मेहता घोटाले को ब्रेक किया, जिसके बाद शेयर बाजार क्रैश हो गया।
2003 में शुरू किया खुद का ट्रेडिंग फर्म
साल 1987 में राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने रेखा झुनझुनवाला से शादी की। वो भी एक स्टॉक मार्केट निवेशक थीं। साल 2003 में राकेश झुनझुनवाला ने अपना खुद की स्टॉक ट्रेडिंग फर्म रेयर (RARE) एंटरप्राइजेज शुरू किया। अपने और अपनी पत्नी के नाम को मिलाकर इसका नाम रखा गया था।
पोर्टफोलियो में है 25,000 करोड़ से अधिक के 33 स्टॉक
राकेश झुनझुनवाला और एसोसिएट्स के पास सार्वजनिक रूप से 33 स्टॉक हैं, जिनका मूल्य 25,842.3 करोड़ रुपए से अधिक है। ट्रेंडलाइन के मुताबिक इनमें टाइटन कंपनी, टाटा मोटर्स, स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी, मेट्रो ब्रांड्स, फोर्टिस हेल्थकेयर, नज़रा टेक्नोलॉजीज, फेडरल बैंक, डेल्टा कॉर्प, डीबी रियल्टी और टाटा कम्युनिकेशंस जैसे स्टॉक शामिल हैं। उनकी सबसे वैल्यूबल लिस्टेड होल्डिंग वॉच और ज्वेलरी बनाने वाली कंपनी टाइटन है, जिसका मूल्य 8,830.9 करोड़ रुपए है। इसके बाद 4,957.1 करोड़ रुपए के साथ स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी और मेट्रो ब्रांड्स 2,391.3 करोड़ रुपए आते हैं।
इतनी थी झुनझुनवाला की नेटवर्थ
फोर्ब्स के अनुसार, झुनझुनवाला का नेटवर्थ 5.8 अरब डॉलर था। फोर्ब्स की 2021 की सूची के अनुसार, वह भारत के 36वें सबसे अमीर व्यक्ति थे। उन्होंने हाल में जेट एयरवेज के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे और इंडिगो के पूर्व प्रमुख आदित्य घोष के साथ मिलकर देश की नई किफायती विमान सेवा कंपनी आकाश एयर की शुरुआत की. इस एयरलाइन ने इसी महीने मुंबई से अहमदाबाद की उड़ान के साथ अपना परिचालन शुरू किया है।
इन कंपनियों में थी हिस्सेदारी
चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) रहे झुनझुनवाला ने कंपनियों के खातों का ऑडिट करने के बजाय दलाल पथ की राह चुनी. 1985 में उन्होंने 5,000 रुपये की पूंजी के साथ इसकी शुरुआत की। उनके पोर्टफोलियो में स्टार हेल्थ, टाइटन, रैलिस इंडिया, केनरा बैंक, इंडियन होटल्स कंपनी, एग्रो टेक फूड्स, नजारा टेक्नोलॉजीज और टाटा मोटर्स शामिल हैं. उनका तीन दर्जन से ज्यादा कंपनियों में निवेश था. टाइटन, स्टार हेल्थ, टाटा मोटर्स और मेट्रो ब्रांड्स जैसी कंपनियों में उनकी बड़ी हिस्सेदारी थी।
अकेले टाइटन में ही उनकी 5.05 प्रतिशत हिस्सेदारी का मूल्य 11,000 करोड़ रुपये है. उनकी सबसे अधिक 23.37 प्रतिशत हिस्सेदारी एप्टेक लि. में है. स्टार हेल्थ एंड अलायड इंश्योरेंस कंपनी में उनकी 17.49 प्रतिशत, मेट्रो ब्रांड्स में 14.43 प्रतिशत, एनसीसी लि. में 2.62 प्रतिशत और नजारा टेक्नोलॉजीज में 10.03 प्रतिशत हिस्सेदारी है।