भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर जहां आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मनाया जा रहा है, वहीं इस मौके पर गूगल ने एक खास डूडल बनाकर भारतीयों को बधाई दी है। जिसमें देश की प्रतीक रंग-बिरंगी पतंगों को आसमान की ऊंचाइयों को छूते हुए दिखाया है। इस स्पेशल डूडल को केरल की गेस्ट आर्टिस्ट नीति ने डिजाइन किया बनाया है। जिसमें भारत को 15 अगस्त के मौके पर अपनी स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने पर जश्न मनाते हुए दिखाया गया है।
इस खास मौके पर गूगल ने एक जीआईएफ बनाया है। स्वतंत्रता दिवस 2022 डूडल में पतंगों के जरिए भारत की संस्कृति को दर्शाया गया है. पतंगों के साथ गूगल का ये डूडल 75 सालों में भारत की महान ऊंचाइयों का प्रतीक है। बता दें कि आज ही के दिन यानी 1947 में लगभग दो सौ साल के ब्रिटिश हुकूमत का अंत हुआ था।
यह दिन अंग्रेजों के हाथों दो शताब्दियों के दमन और दमन के बाद औपनिवेशिक शासन से भारत की स्वतंत्रता की याद दिलाता है। इस दिन देश उन स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करता है, जिन्होंने देश और देशवासियों की खातिर अपना पूरा जीवन लगा दिया।
स्वतंत्रता के लिए लंबे संघर्ष के परिणामस्वरूप दुनिया में सबसे बड़े लोकतंत्र का जन्म हुआ। महात्मा गांधी जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानियों ने सविनय अवज्ञा और अहिंसा के जरिए देश के स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया। भारत सरकार ने इस साल ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के बैनर तले ‘राष्ट्र पहले, हमेशा पहले’ विषय के साथ कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इस बार का विषय ‘राष्ट्र पहले, हमेशा पहले’ है। भारत सरकार ने इस दिन को यादगार बनाने के लिए 20 करोड़ तिरंगे फहराने का लक्ष्य रखा है।
डूडल के बारे में नीति ने कहा, ये हमारी प्यारी यादों में से एक है। पतंग उड़ाने की सदियों पुरानी परंपरा स्वतंत्रता दिवस उत्सव का अभिन्न अंग रही है। वे आगे कहती हैं, पतंग एक कलाकार के भाव को अच्छे से दर्शाने का एक अहम जरिया है। नीति ने जो डूडल बनाया है, उसमें रंग-बिरंगी पतंगों के जरिए एक प्यारा सा संदेश दिया गया है। बता दें कि आजादी से पहले स्वतंत्रता सेनानी आजादी की लड़ाई से जुड़े संदेशों को आवाम तक पहुंचाने के लिए पतंगों का भी इस्तेमाल करते थे. नीति ने बताया कि उन्होंने पतंगे राष्ट्रीय रंगों, प्रेम के संदेश और स्वतंत्रता के 75 वर्षों के उपलक्ष्य में चित्रित की हैं।
अंग्रेजों के खिलाफ पतंगों का इस्तेमाल
डूडल के बारे में अपने विचार साझा करते हुए कलाकार नीति ने कहा कि हमारी प्यारी यादों में से एक, पतंग उड़ाना सदियों पुरानी परंपरा रही है. ये परंपरा भारतीय स्वतंत्रता दिवस के उत्सव का अभिन्न अंग भी रही है. उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि आजादी से पहले स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेज शासन के खिलाफ नारे लिखने के लिए पतंगों का इस्तेमाल किया था. इन्हें विरोध की निशानी के तौर पर आसमान में उड़ाया था.
गूगल ने बनाया 2 मिनट का वीडियो
इससे पहले गूगल (Google) ने भारत की उड़ान (India ki Udaan) नाम का एक डिजिटल पेज अपनी वेबसाइट पर लाइव किया था. गूगल आर्ट एंड कल्चर (Google Art and Culture) के पेज पर आप भारत की उड़ान को देख सकते हैं. बता दें कि गूगल ने इसके लिए एक नई वेबसाइट बनाई है, जिसका नाम गूगल आर्ट और कल्चर है. इस वेबसाइट में भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi), पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू समेत तमाम नेताओं की छवि दिखाई गई है. गूगल ने 2 मिनट की एक वीडियो (Video) पोस्ट की है, जिसमें 1947 में मिली भारत की आजादी (Freedom Of India) से अभी तक पूरे 75 सालों का सफर दिखाया जा रहा है. इस वीडियो में आपको सिर्फ 2 मिनट में पिछले 75 सालों का भारतीय इतिहास (Indian History) दिख जाएगा.
पतंग उड़ाकर विरोध जताते थे स्वतंत्रता सेनानी
डूडल बनाने वाली कलाकार नीति ने कहा, भारत में पतंग उड़ाने की पुरानी परंपरा रही है। स्वतंत्रता सेनानी भी पतंगबाजी किया करते थे. वे पतंगों पर प्रतिरोध वाले नारे लिखकर विरोध के तौर पर उन्हें ब्रिटिश हुकूमत के सामने फहराया करते थे।
भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर बरसे पीएम
प्रधानमंत्रीमोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. जय हिंद!” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश ने 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर तिरंगा फहराया. इस दौरान पीएम ने देश को संबोधित करते हुए देश के तमाम मुद्दों पर बोलते हुए भ्रष्टाचार और परिवारवाद का मुद्दा भी उठाया।
स्वतंत्रता दिवस का इतिहास
भारत को 15 अगस्त, 1947 को एक लंबे संघर्ष के बाद स्वतंत्रता मिली. इसमें कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया. भारत आज अपने स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, वल्लभभाई पटेल जैसे अनेक महावीरों को श्रद्धांजलि दे रहा है. तब से हर साल 15 अगस्त के दिन देश आजादी के इस पावन पर्व को सेलिब्रेट करता है. 15 अगस्त, 1947 को पहली बार देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले पर तिरंगा फहराकर भाषण दिया था।