Vande Bharat Express Train : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को देश को तीसरे वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी। उन्होंने गुजरात के गांधीनगर रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Vande Bharat Express Train) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री ने गांधीनगर से कालूपुर तक वंदे भारत ट्रेन में बैठकर आधे घंटे सफर का आनंद भी लिया। आइए जानते है इस ट्रेन की खासियत के बारे में….
Vande Bharat Express Train : जाने ट्रेन की खासियत
- इस नई ट्रेन को वंदे भारत 2.0 का नाम दिया गया है क्योंकि इस ट्रेन को पहले ट्रेनों के मुकाबले अपग्रेड किया गया है। इसे ट्रेनसेट को तैयार करने में 115 करोड़ रुपये की लागत आई है, जो पहले के ट्रेनों के मुकाबले 15 करोड़ रुपये ज्यादा है।
- यह ट्रेन पूरी तरह से ‘कवच’ तकनीक से लैस है, यह एक ऑटोमेटिक सुरक्षा प्रणाली है जो दो ट्रेनों को आपस में टकराने से रोकती है।
- यह मेड इन इंडिया ट्रेन है, जिसे गांधीनगर से मुंबई के बीच चलाया जाएगा। नया वंदे भारत ट्रेन 129 सेंकेंड में 160 किलोमीटर की हाई स्पीड पकड़ने की केपेसिटी रखता है। साथ ही 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यह ट्रेन चल सकती है।
- इस ट्रेन में स्वचालित गेट है, चौड़ी खिड़कियां और सामान रखने के लिए काफी स्पेस भी है। वहीं किसी इमरजेंसी में लोको पायलट और ट्रेन गार्ड एक-दूसरे के साथ-साथ यात्रियों से भी आसानी से कम्यूनिकेट कर सकते हैं।
- यह ट्रेन अंदर से इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जिसमें दोनों तरफ यात्रियों को नीले रंग की कंफर्टेबल सीट की सुविधा मिलेगी। इसके साथ स्वचालित फायर सेंसर, सीसीटीवी कैमरे, वाईफाई सुविधा के साथ ऑन-डिमांड सामग्री, तीन घंटे का बैटरी बैकअप और जीपीएस सिस्टम जैसी सुविधाओं को लेकर काम हो रहा है।
- ट्रेन को स्टेनलेस स्टील से बनाया गया है, इसका वजन 392 टन है। वजन कम होने के कारण यात्री तेज रफ्तार में भी ज्यादा सहज महसूस करेंगे
बता दें कि इस वंदे भारत ट्रेन से पहले वंदे मातरम को लांच किया जा चुका है। आपको बता दें फिलहाल वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी के लिए चलती है तो दूसरी वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से माता वैष्णो देवी माता मंदिर के स्थान कटरा तक जाती है।