Owaisi’s counterattack : विजयादशमी के अवसर पर बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) की ओर से जनसंख्या नीति पर दिए गए बयान को लेकर एआईएमआईएम के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने पलटवार किया है। उन्होंने इस बयान कि आलोचना करते हुए कहा कि देश में जनसंख्या नियंत्रण की कोई जरूरत नहीं है, मुसलमानों की प्रजनन दर में सबसे तेजी से गिरावट आई है।
ओवैसी का पलटवार
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लगातार दो 2 ट्वीट करते हुए कहा कि “मोहन के लिए, यह अभद्र भाषा का सालाना दिवस है। “जनसंख्या असंतुलन” के डर से दुनिया भर में नरसंहार, जातीय सफाई और हेट क्राइम्स हुए हैं। सर्बियाई राष्ट्रवादियों द्वारा अल्बानियाई मुसलमानों के नरसंहार के बाद कोसोवो का गठन किया गया था।
हिंदु-मुस्लमान का “एक ही डीएनए”
ओवैसी ने अपने अगले ट्वीट में कहा, “यदि हिंदुओं और मुसलमानों का “एक ही डीएनए” है, तो “असंतुलन” कहां पर है? जनसंख्या नियंत्रण की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि हमने पहले ही प्रतिस्थापन दर (Replacement Rate) हासिल कर ली है। चिंता बढ़ती उम्र और उन बेरोजगार युवाओं की है जो बुजुर्गों की देखभाल नहीं कर सकते। मुसलमानों की प्रजनन दर में सबसे तेजी से गिरावट आई है।
देखें Asaduddin Owaisi का ट्वीट
मोहन भागवत का बयान
बता दें कि इससे पहले विजयादशमी के अवसर पर बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर स्थित मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि देश में जनसंख्या पर एक समग्र नीति बने जो सब पर समान रूप से लागू हो और किसी को छूट नहीं मिले। उन्होंने यह भी कहा कि जनसंख्या असंतुलन भौगोलिक सीमाओं में बदलाव का कारण बनती है, ऐसे में नई जनसंख्या नीति सब पर समान रूप से लागू हो और किसी को छूट नहीं मिलनी चाहिए।