बिहार में नीतीश कैबिनेट (Nitish Cabinet in Bihar) का आज विस्तार हुआ। इसी के साथ विभागों का बंटवारा हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह विभाग अपने पास ही रखा है। इसके अलावा उनके पास सामान्य प्रशासन, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी और निर्वाचन विभाग के पास रहेंगे। राज्यपाल फागू चौहान ने सबसे पहले 5 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। आज RJD कोटे से 16, जेडीयू से 11 और कांग्रेस के 2 मंत्रियों ने शपथ ली।
इसी के साथ बाकी विभाग जो फिलहाल किसी को आवंटित नहीं हुए हैं, उनकी जिम्मेदारी भी मुख्यमंत्री की होगी। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav got Health Ministry) को स्वास्थ्य विभाग, पथ निर्माण विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग मिला है।
नीतीश के मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा:
आरजेडी कोटे से मंत्री तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav got Environment Ministry) को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की जिम्मेदारी दी गई. पिछली महागठबंधन सरकार में वे स्वास्थ्य मंत्री थे, लेकिन इस बार यह विभाग उनके छोटे भाई और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने पास रखा है. जेडीयू के वरिष्ठ नेता विजय चौधरी को सबसे अहम विभागों में से एक वित्त विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. बिजेन्द्र प्रसाद यादव को ऊर्जा मंत्री बनाया गया है. वहीं शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी चंद्रशेखर को दी गई है।
पढ़ें किन मंत्री को कौन से विभाग मिले..
इससे पहले, राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान 31 मंत्रियों को शपथ दिलाई. मंत्रियों ने पांच-पांच के बैच में शपथ ली। महागठबंधन में सबसे ज्यादा सीटें होने के चलते कैबिनेट में भी लालू यादव की पार्टी आरजेडी का दबदबा देखने को मिला.।आरजेडी के 16 विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली, जबकि जेडीयू के 11, कांग्रेस के 2, हम को एक और एक निर्दलीय विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.नीतीश कुमार कैबिनेट में RJD का रहा दबदबा: हसनपुर विधायक तेजप्रताप यादव (यादव), उजियारपुर से विधायक आलोक मेहता (कुशवाहा), नोखा से विधायक अनिता देवी, फतुहा से विधायक रामानंद यादव (यादव), बेलागंज से विधायक सुरेंद्र यादव (यादव), बोधगया से विधायक कुमार सर्वजीत (जाटव), मधुबनी से विधायक समीर कुमार महासेठ, जोकीहाट से विधायक मोहम्मद शाहनवाज (मुस्लिम), मधेपुरा से विधायक चंद्रशेखर (यादव), कार्तिकेय मास्टर, कांटी से विधायक इसराइल मंसूरी (मुस्लिम), रामगढ़ से विधायक सुधाकर सिंह (राजपूत), नरकटिया से विधायक शमीम अहमद (मुस्लिम), गरखा से विधायक सुरेंद्र राम (जाटव), साथ ही जिंतेंद्र राय और ललित यादव को मंत्री बनाया गया हैं।
नीतीश कैबिनेट में जेडीयू कोटे से मंत्री:
जेडीयू में सरायरंजन से विधायक विजय चौधरी (भूमिहार), चैनपुर से विधायक जमा खान (मुस्लिम), अमरपुर से विधायक जयंत राज (कुशवाहा), भोरे से विधायक सुनील कुमार (जाटव), सुपौल से विधायक विजेंद्र यादव (यादव), एमएलसी संजय झा (ब्राह्मण), एमएलसी अशोक चौधरी (पासी), नालंदा से विधायक श्रवण कुमार (कुर्मी), धमदाहा से विधायक लेसी सिंह (राजपूत), बहादुरपुर से विधायक मदन सहनी (मछुआरा) और फुलपरास से विधायक शिला मंडल(धानुक) को मंत्री बनाया गया है.कांग्रेस, हम और निर्दलीय सुमित सिंह ने भी ली शपथ: वहीं, कांग्रेस में चेनारी से विधायक मुरारी गौतम (दलित) और कस्बा से विधायक अफाक अहमद (मुस्लिम) को मंत्री पद दिया गया है. जीतन राम मांझी की पार्टी हम की ओर से संतोष मांझी को मंत्री बनाया गया है. जबकि चकाई विधानसभा से निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह (राजपूत), जिनके दिवंगत पिता नरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री के पुराने सहयोगी रहे थे, पिछली सरकार में मंत्री बनाए गए थे, उन्होंने भी शपथ ली।
मंत्रिमंडल में इन पार्टियों को नहीं मिली जगह :
बताया जा रहा है कि कैबिनेट में सीपीआई-एमएल, सीपीआई और सीपीएम को जगह नहीं मिल पाई है। इन पार्टियों को मंत्रिमंडल से बाहर करने पर विरोध के स्वर उठ सकते हैं।
नीतीश कुमार ने कब छोड़ा बीजेपी का साथ
बिहार में नीतीश कुमार ने नौ अगस्त को राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (NDA) से अलग होने की घोषणा की थी। इसके बाद से उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. बाद में उन्हें आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के गठबंधन ने अपना नेता चुन लिया था। इसके बाद उन्होंने राज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। उनका दावा था कि उन्हें सलात दलों के 164 विधायकों का समर्थन हासिल है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम माझी के हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा (हम) ने भी नीतीश कुमार को समर्थन दिया है. उसके चार विधायक हैं. नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने 10 अगस्त को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।