दिल्ली शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के खिलाफ सीबीआई (CBI) ने लुक आउट (Lookout) नोटिस जारी किया है। इसे लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार के शिक्षा और हेल्थ मॉडल से बीजेपी डरती है। मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा, ‘मैं यहीं बैठा हूं। आप बताइए मुझे कहां आना है, लुक लुकआउट सर्कुलर (Lookout Circular) सिर्फ नौटंकी है।
जेल जाने से नहीं डरते हैं- सिसोदिया
उन्होंने कहा कि ‘मैं कहीं नहीं जा रहा, गिरफ्तार करना है तो कर लो। बताइए कहां आऩा है? हमलोग जेल से डरने वाले नहीं है। जेल में डालना है तो डाल दो, लेकिन काम रोक पाओगे क्या? जनता जान गई है कि नेताओं से क्या काम लेने हैं। उन्होंने दावा किया एक्साइज पॉलिसी सिर्फ बहाना है। 14 घंटे की रेड में कुछ भी नहीं मिला है।
2024 में केजरीवाल को रोकना ही इनका मुख्य मकसद
मोदी सरकार की दिलचस्पी इस बात में है कि अरविंद केजरीवाल जो शिक्षा और स्वास्थ्य पर बेहतर काम कर रहे हैं, उन्हें कैसे रोका जाए। 2024 में केजरीवाल को रोकना ही इनका मुख्य मकसद है.’ उन्होंने दावा किया कि महंगाई और बेरोजगारी में मोदी बताएं कि क्या समाधान है। वो बताएं कि देश को कैसे नंबर वन बनाएंगे एक्साइज सिर्फ बहाना है। असल में इनकी दिलचस्पी शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बेहतर काम कर रहे केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को रोकना है।
एक पैसे का भ्रष्टाचार नहीं हुआ- सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि एक पैसे के भ्रष्टाचार का सबूत नहीं मिला। सीबीआई ने सब तलाश लिए, मेरा कंप्यूटर और फोन जब्त कर लिया। मुझे इसकी कोई चिंता नहीं है। जांच कीजिए. पूरा देश देख रहा है। उन्होंने साफ तौर से कहा कि मोदी सरकार की घोटाले की जांच में थोड़ी सी भी दिलचस्पी नहीं है. अगर ऐसा होता तो गुजरात में एक्साइज की 10 हजार करोड़ रुपए की चोरी हो रही है। करोड़ों रुपए के खर्च से बनी सड़क पांच दिन में धंस जाती है, तब जांच नहीं होती है।
बता दें कि, सीबीआई (CBI) ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सिसोदिया के अलावा 13 अन्य लोगों के खिलाफ भी सर्कुलर जारी किया गया है। इनके देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है।