Forbes Asia Heroes of Philanthropy : फोर्ब्स एशिया की ओर से मंगलवार को परोपकार की लिस्ट (Forbes Asia’s Heroes of Philanthropy list) जारी की गई है। फोर्ब्स की सूची के अनुसार भारतीय अरबपति गौतम अडानी, शिव नाडर और अशोक सूता (Gautam Adani, Shiv Nadar and Ashok Soota) एशिया के सबसे बड़े दानवीर हैं। इसके साथ ही मलेशिया–इंडियन अरबपति कारोबारी ब्रह्मल वासुदेवन और उनकी वकील पत्नी शांति कंडिया को भी फोर्ब्स की लिस्ट में शामिल किया गया है।
फोर्ब्स की ओर से जारी इस लिस्ट में ऐसे दानवीरों को जगह दी गई है, जिन्होंने एशिया- प्रशांत क्षेत्र में परोपकारी कामों के लिए निजी तौर पर प्रतिबद्धता दिखाई है। फोर्ब्स ने बयान में कहा कि बिना किसी रैंकिंग वाली इस सूची में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अग्रणी परोपकारी कार्य करने वाले लोगों को शामिल किया जाता है।
Gautam Adani : 60वें जन्मदिन पर 60 करोड़ दान देने का ऐलान
गौतम अडाणी ने इस साल जून में अपने 60वें जन्मदिन पर 60,000 करोड़ रुपये (7.7 अरब डॉलर) समाजिक कार्यों के लिए दान करने का ऐलान किया था। इसके बाद उन्हें इस लिस्ट में शामिल किया गया है। साथ ही वह भारत के प्रमुख परोपकारी काम करने वाले व्यक्ति बन गए हैं। यह पैसा हेल्थ, एडुकेशन और स्किल डेवलपमेंट पर खर्च किया जाएगा। वहीं परमार्थ कार्यों पर यह राशि अडानी फाउंडेशन के जरिए खर्च की जाएगी, यह फाउंडेशन 1996 में गठित की गई थी हर साल यह फाउंडेशन भारत में 37 लाख लोगों की सहायता करता है।

शिव नाडर भारत के दानवीरों में दूसरे नंबर पर
अरबपति शिव नाडर (Shiv Nadar) भी देश के शीर्ष दानवीरों में गिने जाते हैं, जिन्होंने कुछ दशकों में शिव नादर फाउंडेशन के जरिए एक दशक के दौरान 100 करोड़ डॉलर विभिन्न सामाजिक कारणों में लगाया है। पिछले 1 साल में शिव नाडर ने 1161 करोड़ रुपए दान किए हैं। इस हिसाब से मानें तो उन्होंने प्रतिदिन तीन करोड़ रुपए दान किए हैं। इस वर्ष उन्होंने शिक्षा के माध्यम से व्यक्तियों को सशक्त बनाकर एक न्यायसंगत, योग्यता आधारित समाज बनाने का इरादा रखते हुए 11,600 करोड़ रुपये (142 मिलियन अमरीकी डालर) का दान दिया।

ये राशि उन्होंने 1994 में स्थापित शिव नाडर फाउंडेशन में दी। एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technologies) के सह-संस्थापक शिव नाडर ने फाउंडेशन के माध्यम से स्कूलों और विश्वविद्यालयों जैसे शैक्षणिक संस्थानों को स्थापित करने में सहायता की है, जो कला और संस्कृति को भी बढ़ावा देता है। उन्होंने 2021 में IT सेवा कंपनी में कार्यकारी भूमिकाओं से इस्तीफा दे दिया था।
अशोक सूता तीसरे नंबर पर
टेक्नोलॉजी सेक्टर के दिग्गज अशोक सूता (Tech tycoon Ashok Soota) ने चिकित्सा अनुसंधान क्षेत्र के न्यास को 600 करोड़ रुपये (7.5 करोड़ डॉलर) देने का वादा किया है। इस न्यास का गठन उन्होंने 2021 में किया था। उन्होंने 200 करोड़ रुपये के साथ SKAN— Scientific Knowledge for Ageing and Neurological ailments की शुरुआत की, जिसकी राशि उन्होंने अब तीन गुना कर दी है।

मलेशियाई-इंडियन व्यवसायी भी लिस्ट में शामिल
मलेशियाई-भारतीय व्यवसायी निजी इक्विटी फर्म क्रिएडोर के संस्थापक और सीईओ ब्रह्मल वासुदेवन (Malaysian-Indian Brahmal Vasudevan) और उनकी पत्नी शांति कंडिया को भी इस लिस्ट में शामिल किया गया है। ये दोनों दंपत्ति मलेशिया और भारत में स्थानीय समुदायों को क्रिएडर फाउंडेशन के माध्यम से सहायता करते हैं। इसे उन्होंने 2018 में स्थापित किया था।
इस साल मई में उन्होंने पेराक राज्य में यूनिवर्सिटी टुंकू अब्दुल रहमान (यूटीएआर) कैंपर परिसर में एक शिक्षण अस्पताल बनाने में मदद करने के लिए 50 मिलियन मलेशियाई रिंगित (11 मिलियन अमरीकी डालर) दान देने की घोषणा की।