अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को करेंसी मार्केट में एक डॉलर के मुकाबले रुपया 79.96 के लेवल तक जा गिरा है। एक डॉलर के मुकाबले रुपये का ये स्तर अब तक का ऐतिहासिक निचला स्तर है। इसे लेकर कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘अब रुपया मार्गदर्शक मंडल की उम्र को भी पार कर गया है। आगे यह और कितना गिरेगा। कब तक सरकार की विश्वसनीयता और कितनी गिरेगी। वाह मोदी जी।’ खास बात है कि मार्गदर्शक मंडल एक समूह का नाम है, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
कांग्रेस का मोदी सरकार पर हमला
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने अपने प्रेस कॉंफ्रेंस के दौरान 2014 से पहले गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए नरेंद्र मोदी के पुराने वीडियो बाइट्स दिखाये। इन वीडियो में नरेंद्र मोदी रुपये में गिरावट के चलते यूपीए सरकार पर हमला बोलते नजर आ रहे हैं।
प्रेस कॉंफ्रेस के दौरान बीजपी की दिवंगत नेता सुषमा स्वराज के भी वीडियो बाइट्स सुनाये जो उन्होंने नेता विपक्ष होने के नाते लोकसभा में रुपये में गिरावट के चलते यूपीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की पुरानी वीडियो भी सुनाई गई। तब बीजेपी प्रवक्ता होने के नाते रुपये में गिरावट को लेकर उन्होंने यूपीए सरकार पर हमला बोला था।
वहीं राहुल गांधी ने डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट को लेकर गुरुवार को सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि रुपये का 80 पर पहुंचना ‘अमृतकाल’ है। उन्होंने ट्वीट किया, ”रुपया 40 पर: ‘स्फूर्तिदायक’, 50 पर : ‘भारत संकट में’, 70 पर: आत्मनिर्भर, 80 पर : अमृतकाल।”
कांग्रेस के सरकार से सवाल
कांग्रेस ने सरकार से सवाल पूछा है कि किया पेट्रोल की तरह रुपया भी एक डॉलर के मुकाबले 100 के पार जाएगा? सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इतिहास में रुपये को ज्यादा कमजोर करने का काम मोदी सरकार ने किया है. उन्होंने कहा कि जब यूपीए सरकार सत्ता छोड़ कर 2014 में गई थी तब एक डॉलर के मुकाबले रुपया 58 के लेवल पर था, लेकिन आज 80 के पार है। उन्होंने कहा कि रुपया में गिरावट महंगाई बढ़ाने का काम करेगी।
अपनों ने भी कसा तंज
बीजेपी नेता और सांसद वरुण गांधी ने भी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट को लेकर अपनी ही सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, रुपये में गिरावट से हर भारतीय का जीवन प्रभावित हो रहा है. उन्होंने आरबीआई से राष्ट्र रक्षा करने वाले सैनिकों की तरह रुपये को रसातल में गिरने से बचाने की अपील की है।
वायदा बाजार में 80 के नीचे फिसला रुपया
हालांकि बाजार के जानकारों का कहना है कि ओवर दि काउंटर और वायदा बाजार में रुपया पहली बार एक डॉलर के मुकाबले 80 के लेवल के नीचे गिर चुका है। विदेशी निवेशकों की तेजी बिकवाली की आशंकाओं के मद्देनजर एक डॉलर के मुकाबले 80.05 रुपये के लेवल के नीचे जा गिरा था, हालांकि स्पॉट मार्केट में रुपया एक डॉलर के मुकाबले फिलहाल 79.89 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहा है।
बता दें कि अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने की संभावनाओं के चलते विदेशी निवेशकों की तेज बिकवाली के मद्देनजर रुपये में गिरावट देखी जा रही है और माना जा रहा है कि एक डॉलर के मुकाबले रुपये के 80 के नीचे जाना महज औपचारिकता मात्र रह गया है। कुछ जानकार तो एक डॉलर के मुकाबले रुपये के 82 के लेवल तक गिरने की भविष्यवाणी कर रहे हैं।