पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में तृणमूल कांग्रेस द्वारा वोटिंग में अनुपस्थित रहने और विपक्षी दलों की साझा उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा और राजग के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का समर्थन नहीं करने को लेकर कड़ी निंदा की है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उप राष्ट्रपति चुनाव से साबित हो गया है कि मोदी और दीदी दोनों एक ही साथ हैं। उन्होंने कहा कि दीदी मोदी की दलाली कर रही हैं।
वहीं माकपा ने भी तृणमूल कांग्रेस के निर्णय की आलोचना करते हुए कहा कि इससे तृणमूल और बीजेपी की साठगांठ खुलकर सामने आ गई है।
सामने आ गया तृणमूल कांग्रेस का असली चेहरा
अधीर रंजन चौधरी ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस शुरू से ही विरोधी दल की बैठक में अनुपस्थित रह रही थी. उससे यह साफ लग रहा था. उन्होंने कहा कि वह पहले से कहते आ रहे हैं कि मोदी और दीदी दोनों एक ही हैं. दोनों एक सिक्के के दो पहलु हैं. ममता बनर्जी ने सदा ही बीजेपी का समर्थन करती है, लेकिन केवल दिखावा के लिए बीजेपी और मोदी का विरोध करती हैं. अधीर चौधरी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है।
बता दें कि छह अगस्त को होने वाले उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजग ने जगदीप धनखड़ और विपक्षी पार्टियों ने संयुक्त रूप से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मार्गरेट अल्वा को उम्मीदवार बनाया है. तृणमूल कांग्रेस उप राष्ट्रपति चुनाव को लेकर शुरू से ही विरोधी पार्टियों से दूरी बनाई हुई थी।
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बता दें कि छह अगस्त को होने वाले उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजग ने जगदीप धनखड़ और विपक्षी पार्टियों ने संयुक्त रूप से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मार्गरेट अल्वा को उम्मीदवार बनाया है. तृणमूल कांग्रेस उप राष्ट्रपति चुनाव को लेकर शुरू से ही विरोधी पार्टियों से दूरी बनाई हुई थी.