शराब घोटाला मामले में सीबीआई (CBI) ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) समेत 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की है। एफआईआर में कुछ शराब कंपनियों के भी नाम हैं। इसके साथ-साथ 15 लोगों के अलावा कई अज्ञात लोगों के नाम भी एफआईआर में शामिल हैं। सीबीआई (CBI) के मुताबिक, मनीष सिसोदिया पर आपराधिक साजिश और खातों में हेरफेर का भी आरोप लगा है। ये एफआईआर 120-B, 477-A और सेक्शन-7 के तहत दर्ज की गई है। FIR में एक्साइज कमिश्नर अरवा गोपी का नाम है। 17 अगस्त को CBI ने FIR दर्ज की थी।
बता दें कि, 22 जुलाई को केजरीवाल ने ये दावा किया था और करीब-करीब एक महीने बाद 19 अगस्त को CBI की टीम मनीष सिसोदिया के घर छापेमारी करने पहुंच गई। CBI की टीम 7 राज्यों के 21 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की। जो दोपहर बाद तक चलती रही। दिल्ली में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर से लेकर बाकी कई ठिकाने और फिर पंजाब, दमन और दीव, तेलंगाना, महाराष्ट्र के भी कई जगहों पर एक साथ सीबीआई की टीम पहुंची।
बता दें कि, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली की आबकारी नीति 2021-22 के मामले में शुक्रवार सुबह दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास सहित कई राज्यों में कई स्थानों पर छापेमारी की। उनके आवास के अलावा अधिकारियों ने मनीष सिसोदिया की आधिकारिक कार की भी तलाशी ली है।
उपराज्यपाल ने सीबीआई को सौंपी थी सिफारिश
सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में लाई गई दिल्ली आबकारी नीति के निर्माण और क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आबकारी नीति में नियमों के कथित उल्लंघन और खामियों को लेकर सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. जिसके एक महीने बाद ये छापेमारी की गई है।
छापेमारी को लेकर क्या बोले मनीष सिसोदिया?
आबकारी विभाग की देखरेख करने वाले मनीष सिसोदिया ने कहा कि नीति सरकारी शराब की दुकानों में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए थी. सिसोदिया ने कहा कि मैं जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग करूंगा। वहीं आम आदमी पार्टी ने इस रेड को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और इसे राजनीतिक साजिश बताया है।
आप ने बीजेपी पर लगाए आरोप
आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सुबह से बीजेपी के नेता पीसी और न्यूज के जरिए बता रहे हैं कि शराब नीति में घोटाले हुए हैं, लेकिन यह किसी को नहीं पता कि घोटाला हुआ क्या है. ये सब तब नहीं पता था जब गुजरात में शराब से लोगों की मौत हुई, उस पर कार्रवाई नहीं हुई. अब कह रहे हो शराब की वजह से कार्रवाई हो रही है, भ्रष्टाचार की वजह से कार्रवाई हो रही है.
“बदले की भावना से राजनीति कर रहे हैं”
उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पीएम मोदी (PM Modi) ने किया, कुछ दिन बाद ही वह धंस गया, तब कार्रवाई नहीं हुई. 2024 का चुनाव दिख रहा है आपको इसलिए बदले की भावना से आप राजनीति कर रहे हो. अभी तक विकल्प नहीं दिख रहा था, लेकिन दिल्ली (Delhi) और पंजाब के कामों से दिख रहा है कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) एक विकल्प हैं. कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना जो आप कर रहे हो वह दिख रहा है. लोकतंत्र में जनता की ताकत होती है, 2024 में केजरीवाल बनाम मोदी होगा..