शुभमन गिल (130) के शानदार शतक की बदौलत टीम इंडिया (Team India) ने सोमवार को जिंबाब्वे (Zimbabwe) को तीसरे और आखिरी वनडे में 13 रन से हराकर शानदार जीत हासिल की। टीम इंडिया ने युवा बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) के करियर के पहले शतक के दम पर 289 रनों का स्कोर खड़ा किया। भारत (India) ने हरारे में पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 289 रन बनाए। जवाब में जिंबाब्वे की टीम 49.3 ओवर में 276 रन बनाकर ऑलआउट हुई।
जिंबाब्वे की पारी का हाल
290 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिंबाब्वे की शुरूआत अच्छी नहीं रही। ताकुदवनाशे काइतानो पहले रिटायर्ड हुए जबकि चाहर ने इनोसेंट काइया (6) को एलबीडब्ल्यू आउट किया। शॉन विलियम्स (45) और टोनी मुनयोंगा (15) ने दूसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी की। पटेल ने विलियम्सन को एलबीडब्ल्यू आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। जल्द ही आवेश खान ने मुनयोंगा को राहुल के हाथों कैच आउट कराकर जिंबाब्वे को तीसरा झटका दिया। कप्तान रेगिस चकाब्वा (16) भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं जमे और पटेल ने अपनी गेंद पर उनका कैच लपका।
यहां पर काइतानो फिर बल्लेबाजी करने उतरे, लेकिन ज्यादा देर क्रीज पर नहीं जम सके। उन्हें कुलदीप यादव ने स्टंपिंग कराया। रेयान बर्ल (8) को चाहर ने धवन के हाथों कैच आउट कराया। फिर कुलदीप ने ल्यूक जोंगवे (14) को शुभमन गिल के हाथों कैच आउट कराकर मेजबान टीम को सातवां झटका दिया। यहां से सिकंदर रजा को ब्रेड इवांस (28) का साथ मिला। दोनों ने आठवें विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी की। सिकंदर रजा ने इस बीच अपने वनडे करियर का छठां शतक जमाया।
ऐसा रहा भारतीय पारी का हाल
टीम इंडिया ने इस मैच के लिए दीपक चाहर को वापस बुलाया, जबकि आवेश खान को सीरीज में पहली बार मौका दिया गया। चाहर ने वापसी पर एक बार फिर तीसरे ही ओवर में विकेट हासिल कर अच्छी शुरुआत दिलाई. हालांकि, पहले दो मैचों से अलग जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों ने इस बार शुरुआती ओवरों से ही आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया। बांग्लादेश के खिलाफ पिछली सीरीज में भी जिम्बाब्वे ने लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छी बल्लेबाजी की थी और इसमें सिकंदर रजा ने अहम भूमिका निभाई थी, इस बार भी वही हुआ।
शॉन विलियम्स एक बार फिर अच्छी पारी खेलते हुए टीम को तेजी से आगे बढ़ा रहे थे, लेकिन 45 के स्कोर पर वह आउट हो गए. इसके बाद धीरे-धीरे टीम के विकेट गिरने लगे और 145 रन तक 6 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे. सिकंदर रजा ये सब देख रहे थे, लेकिन खुद जमे थे. ऐसे में उन्हें साथ मिला ब्रैड इवान्स का, जो पहले ही 5 विकेट लेकर भारत को परेशान कर चुके थे. दोनों ने मिलकर सातवें विकेट के लिए 104 रनों की शानदार साझेदारी की. इस दौरान सिकंदर ने सिर्फ 88 गेंदों में अपना छठा वनडे शतक पूरा किया.
जिम्बाब्वे को 13 गेंदों में 17 रनों की जरूरत थी, लेकिन आवेश खान ने इवान्स को LBW आउट कर दिया, फिर अगले ही ओवर में गिल ने लॉन्ग ऑन पर आगे की ओर लंबी डाइव लगाकर सिकंदर रजा का शानदार कैच लिया और जिम्बाब्वे की उम्मीदों को तोड़ दिया. भारत की ओर से आवेश खान ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए।
हरारे स्पोर्ट्स क्लब में इस साल आखिरी बार भिड़ने उतरी भारत और जिम्बाब्वे की टीमों के बीच में इस बार जोरदार टक्कर दिखी. टीम इंडिया के कप्तान केएल राहुल ने एक बार फिर टॉस जीता लेकिन इस बार बल्लेबाजी में ज्यादा वक्त हासिल करने के लिए पहले बैटिंग का फैसला किया. हालांकि, निजी तौर पर वह खुद इसका फायदा नहीं उठा सके और शुरुआत हासिल करने के बावजूद 30 रन ही बना सके. शिखर धवन भी धीमी शुरुआत के बाद आउट हो गए.
शुभमन गिल ने जमाया रंग
भारतीय टीम को ऐसी स्थिति में संभाला शुभमन गिल ने. वेस्टइंडीज दौरे से ही लगातार रन बटोर रहे गिल ने एक बार फिर यही किया. उन्होंने पहले टीम इंडिया की पारी को रफ्तार दी और फिर रनों की बौछार की. गिल ने इस दौरान इशान किशन के साथ 140 रनों की साझेदारी की, जिन्होंने खुद अर्धशतक जमाया।