बीजेपी (BJP) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (National Executive Meeting) के आखिरी दिन रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एनडीए (NDA) की राष्ट्रपति (President) पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draoupadi Murmu) की जमकर तारीफ की। पीएम ने कार्यकारिणी के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि द्रौपदी जी राष्ट्रपति बनने वाली पहली आदिवासी महिला (Tribal Woman) होंगी। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ये भी कहा कि इससे आदिवासी समाज (Tribal Society) को मुख्य धारा से जोड़ने में मदद मिलेगी।
उन्होंने आगे कहा कि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम अब तक बेहतरीन राष्ट्रपतियों में से एक रहे, लेकिन लोगों ने उनके नाम को तब स्वीकार किया, जब बीजेपी ने उनके नाम को आगे बढ़ाया।
पीएम ने आगे कहा कि आदिवासी समाज से राष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला होंगी। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में उनके असाधारण आचरण की प्रशंसा की। मूर्मू के बारे में पीएम ने विस्तार से बात की और कहा कि उन्होंने अपने जीवन को बड़ी सादगी से व्यतीत किया है। ऐसे ही पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम थे। जैसा उत्साह अब्दुल कलाम के लिए था वैसा ही उत्साह और भावनाएं आज द्रौपदी मुर्मू के लिए भी हैं।
क्यों हैं द्रौपदी मुर्मू स्पेशल
द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) के राष्ट्रपति पद (President Candidate) की उम्मीदवारी की राह पांच साल पहले ही साफ हो गई थी. साल 2017 में जब पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी (Pranab Mukerjee) का कार्यकाल खत्म होने जा रहा था। तब भी बीजेपी (BJP) ने उनके नाम पर विचार किया था, लेकिन उस वक्त बाजी बिहार के राज्यपाल रहे रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) के हाथ लगी। शायद इसके पीछे झारखंड के राज्यपाल के तौर पर उनकी साफ छवि और बेबाक फैसले रहे हैं। जब कुछ राज्यपालों पर पॉलिटिकल एजेंट के आरोपों के उस वक्त भी द्रौपदी मुर्मू ने खुद को ऐसे विवादों से दूर रखा. साल 2009 में बीजेपी और बीजेडी (BJD) की तनाव वाले रिश्तों के बाद भी वह जीतने में सफल रही।