Jitan Ram Manjhi Statement On Liquor Ban : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी को लेकर अजीबों-गरीब बयान सामने आया है। उन्होंने शराबबंदी पर सवाल उठाते हुए इसकी प्रकिया को गलत ठहराया है। जीतनराम मांझी ने शराबबंदी को लेकर कहा कि शराबबंदी खराब नहीं है लेकिन उसे जिस तरह से लागू किया गया उसकी प्रक्रिया में काफी गड़बड़ियां हैं, जो लोग सवा सौ ग्राम या ढाई सौ ग्राम शराब पीते हैं उनको नहीं पकड़ना गलत है।
क्वार्टर पीने वालों को नहीं पकड़ा जाना चाहिए
दिल्ली में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान जीतन राम मांझी ने शराबबंदी पर खुलकर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के कारण आधा लीटर या क्वार्टर दारू पीने के अपराध में कई गरीब लोग जेल में बंद हैं, यह गलत है। इस पर समीक्षा होनी चाहिए, ऐसे लोगों को नहीं पकड़ा जाना चाहिए।
अल्कोहल टेस्टर मशीन ब्रेथ एनेलाइजर को बताया गलत
जीतनराम मांझी ने आगे कहा कि- पुलिस ब्रेथ एनेलाइजर लगाकार लोगों का टेस्ट करती है। ब्रेथ एनेलाइजर क्या है एक मशीन ही है ना? मशीन कभी-कभी गलत भी बता देता है, जिसके कारण निर्दोष लोग भी पकड़े जाते हैं।
शराबबंदी से तस्करों को फायदा, हो रहें मालामाल
उन्होंने आगे कहा कि शराबबंदी से तस्करों का फायदा हो रहा है, वे मालामाल हो रहे हैं और गरीब जेल जा रहे हैं। यह गरीब लोगों के साथ अन्याय है।जीतनराम मांझी शराबबंदी पर हमलावर रहते हैं। पिछली एनडीए सरकार में भी उन्होंने शराबंदी पर सवाल उठाया था और थोड़ी-थोड़ी पीने की वकालत करते हुए कहा था- एक दो पैग शराब पीना गलत नहीं है। लोग शराब पीकर हल्ला करते हैं और पकड़े जाते हैं जबकि बड़े-बड़े अधिकारी चुपचाप रात में कुछ घूंट का आनंद लेते हैं और सो जाते हैं और कभी पकड़े नहीं जाते हैं।
बता दें कि जीतनराम मांझी की पार्टी महागठबंधन सरकार में शामिल है। उनके बेटे और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन नीतीश सरकार में मंत्री हैं।
सीएम नीतीश ने कही थी ये बात
दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शराबबंदी की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शराबियों को पकड़ने के बजाय शराब तस्करों और बेचने वालों पर लगाम लगाए। हालांकि इसका मतलब ये नहीं है कि शराब पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। सरकार ने साफ किया कि शराबबंदी कानून में फिलहाल कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है।