Gyanvapi Survey : वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम सर्वे कर रही है, सर्वे का आज दूसरा दिन है। शनिवार की सुबह ASI की टीम ज्ञानवापी परिसर पहुंच चुकी है। ज्ञानवापी के वजूखाने को छोड़कर पूरे परिसर की जांच होगी। वहीं दूसरी ओर ASI सर्वे (Gyanvapi Survey) को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने ट्वीट किया है।
Gyanvapi Survey : असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा
उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, “एक बार जब ज्ञानवापी एएसआई रिपोर्ट सार्वजनिक हो जाएगी, तो कौन जानता है कि चीजें कैसे आगे बढ़ेंगी? आशा है कि न तो 23 दिसंबर और न ही 6 दिसंबर की पुनरावृत्ति होगी. पूजा स्थल अधिनियम की पवित्रता के संबंध में अयोध्या फैसले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का अनादर नहीं किया जाना चाहिए. आशा यह है कि एक हजार बाबरियों के लिए फ्लडगेट्स नहीं खोले जायेंगे.”
Once the #Gyanvapi ASI reports are made public, who knows how things will pan out. One hopes that neither 23rd December nor 6th December will repeat. The observation of the Supreme Court in the Ayodhya judgement regarding the sanctity of the Places of Worship Act must not be…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 5, 2023
बता दें कि, आज ज्ञानवापी परिसर (Gyanvapi Survey) के एसआई सर्वे का दूसरा दिन है। पहले दिन यानी शुक्रवार को 5 घंटे तक सर्वे चला। जिसमें से ज्यादा समय तक परिसर की आकृति तैयार की गई है। माप-झोख की गई, दीवारों से साक्ष्य जुटाए गए। ASI की 41 सदस्यों की टीम ने चार हिस्सों में बंटकर सर्वे किया। तीनों गुंबद के नीचे और तहखानों में सर्वे की रूपरेखा तैयार की गई। शनिवार को परिसर की रेडिएशन के जरिये जांच की जाएगी।
वहीं दूसरी ओर, ASI सर्वे के हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गए मुस्लिम पक्ष को बड़ा झटका लगा। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद जज ने हाईकोर्ट का फैसला रोकने या बदलने से मना कर दिया और सर्वे को जारी रखने का भी आदेश दिया।
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