पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र (Maharashtra) में चल रहे सियासी घमासान के बीच शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत (Shiv Sena leader MP Sanjay Raut) ने एक बड़ा खुलासा किया है। संजय राउत ने दावा किया है कि शिंदे गुट की तरफ से उन्हें भी गुवाहाटी जाने का ऑफर दिया गया था। उन्होंने कहा, “मुझे भी गुवाहाटी का ऑफर मिला था लेकिन मैं वहां गया नहीं।
उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा, “मैं बालासाहेब ठाकरे को मानने वाला हूं, जब सच आपकी तरफ हो तो किसका डर?” वहीं ED के सामने होने वाली पेशी को लेकर संजय राउत ने कहा, “देश का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते देश की कोई जांच एजेंसी बुलाती तो हमें जाना चाहिए। अधिकारी मुझसे अच्छे तरीके से पेश आये मैं भी 10 घंटे तक उनके साथ रहा, दुबारा भी बुलाया जायेगा तो जाएंगे।
बता दें कि शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) बीती शुक्रवार यानी 1 जुलाई को मनी लॉन्ड्रिंग केस में अपना बयान दर्ज कराने के लिए ED के समक्ष पेश हुए थे। वहां उनसे लगभग 10 घंटे से पूछताछ की गई। संजय राउत ED के दफ्तर के लिए सुबह करीब साढ़े 11 बजे निकले थे और वहां से रात करीब 10 बजे बाहर निकलते देखा गया था।
वहीं उन्होंने विधायकों के बाद अब सासंदों के बागी तेवर अख्तियार करने की खबरों पर कहा कि एक सांसद तो उनका बेटा है 2-3 और होंगे। दरअसल हाल ही में बीजेपी के एक बड़े नेता ने दावा किया है कि शिवसेना के संसदीय दल में भी समानांतर बग़ावत होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए राष्ट्रपति पद के मतदान का इंतज़ार करिए, सूत्रों के मुताबिक़ कम से कम 14 सांसद शिवसेना से बग़ावत कर सकते हैं।
संजय राउत ने आगे कहा कि शिवसेना में डरना मना है. एकनाथ शिंदे भले ही आज राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हों लेकिन उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया वो शिवसेना के नहीं है।