Sextortion : साइबर क्राइम के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहें है। कड़ी ऑनलाइन सिक्योरिटी के बीच भी साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है। जैसे-जैसे ऑनलाइन सिक्योरिटी में अपडेट हो रहे हैं, वैसे ही ऑनलाइन क्रिमिनल्स भी क्राइम में खुद को अपडेट करते जा रहें हैं। आप आए दिन ऑनलाइन ठगी, ब्लैकमेलिंग जैसे कई मामले सुनने व देखने को मिलते रहते हैं। आपमें में से कई लोग ऐसे भी होंगे जो इसके भुक्तभोगी भी रह चुके हो। पिछले कुछ दिनों से सेक्सटॅार्शन (Sextortion) की खबरें भी सुनने को मिल रही है, लेकिन क्या आप जानते है कि ये Sextortion क्या होता है, कैसे लोग इसके चंगुल में फंस जाते हैं। शायद आप से बहुत लोगों को इस बारे में न पता हो, आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए Sextortion के बारे में विस्तार से बताएंगे, साथ ही यह भी जानकारी देंगे की आप खुद को इसका शिकार होने से कैसे बचा सकते है।
जानें क्या हैं Sextortion
दरअसल, सेक्सटॉर्श साइबर ठगों का बुना ऐसा जाल है, जिसमें फंसकर लोग खुद ही उन्हें अपनी मेहनत की कमाई दे देते हैं। मध्य प्रदेश समेत देशभर में इसके मामले बढ़े हैं। इसमें कई हाईप्रोफाइल लोगों को भी शिकार बनाया गया है। आइए अब जानते है कि ये सेक्सटॅार्शन क्या है।
आजकल साइबर ठग लोगों को सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन कर उनसे पैसे वसूल रहे हैं। जैसे वेबकैम, मोबाइल या वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहते हैं। अब हर किसी के पास मोबाइल व इंटरनेट की सुविधा है, जिसकारण साइबर ठग बड़े पैमाने पर लोगों को इसका शिकार बना रहे हैं।
Sextortion में भारत दुनिया के टॅाप 10 देशों में शामिल
एक रिपोर्ट के अनुसार कुछ सालों में ‘सेक्सटॉर्शन’ की घटनाएं दोगुनी से ज्यादा बढ़ी हैं। सेक्सटॉर्शन में भारत दुनिया के टॅाप 10 देशों में शामिल है। इसमें वियतनाम, ब्राजील और अर्जेंटीना टॉप 3 में हैं। अब भारत में भी इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं। स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले युवा, बिजनेसमैन, पॉलिटिक्स से जुड़े लोगों को आमतौर पर इस रैकेट का शिकार बनाया जाता है।
कैसे बना सेक्सटॉर्शन शब्द
साइबर एक्सपर्ट के अनुसार सेक्सटॉर्शन वर्चुअल सेक्स और फिर होने वाली वसूली से मिलकर बना है। इसमें साइबर ठग फेक आईडी बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट सेंड करते हैं, फिर फ्रैंडली माहौल बनाने के बाद अश्लील बातें की जाती हैं। कुछ देर या दिनों बाद बातों का सिलसिला वीडियो कॉल में तब्दील हो जाता हैं, इसके बाद दूसरे फोन से इस कॉल का वीडियो बना लिया जाता है या फिर स्क्रीनशॉट ले लिया जाता है, जिसमें पीड़ित अश्लील वीडियो देखते हुए या फिर किसी आपत्तिजनक हालात में वीडियो बना रही लड़की से बात करता हुआ नजर आता है।
इसके बाद फिर इन्हीं रिकॉर्डेड विडियो को वायरल करने या उनके जानकारों को भेजने के नाम पर ब्लैकमेल कर पैसे वसूले जाते है। कई लोग इससे बचने के लिए लाखों रुपये दे देते हैं। कई मामलों में पीड़ित को कपड़े खोलने पर मजबूर कर दिया जाता है और परिणाम कुछ और होता है।
बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह को भी इसमें फंसाने की कोशिश की गई थी
बता दें कि पिछले साल सेक्सटॉर्शन गैंग ने भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भी अपने चंगुल में फंसाने की कोशिश की थी। सांसद ने सेक्सटॉर्शन की साजिश रचने की FIR भोपाल के TT नगर थाने में दर्ज कराई थी। इस मामले में भोपाल पुलिस ने दो आरोपियों को राजस्थान के भरतपुर से पकड़ा था।
कैसे करें बचाव?
अगर आप भी सेक्सटॉर्शन का शिकार होने से बचना चाहते हैं तो आप किसी भी अनजान व्यक्ति का वीडियो कॉल रिसीव ना करें। इसके साथ ही अगर आपको लगता है कि कोई आपत्तिजनक फोटो भेज रहा है तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें। साथ ही अपने प्राइवेट वीडियो या फोटो किसी को भी भेजने से बचें। साथ ही अपने फोन और पीसी की सिक्योरिटी इस हिसाब से रखें कि कोई भी आपका सिस्टम हैक ना कर सके, इसके लिए आप किसी भी ऐप को डाउनलोड और किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें।
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