Model Chaiwali : हमारे देश में लोग चाय को बहुत पसंद करते है। ज्यादातर लोगों के दिन की शुरुआत ही चाय की चुस्की से होती है। यहां हर-गली हर नुक्कड़ पर आपको एक चाय की दुकान जरुर मिल जाएगी। वहीं आपने कई ऐसे चायवालों का भी नाम सुना होगा, जो चाय का बिजनेस कर लाखों की कमाई कर रहे है। जैसे MBA Chaiwala, Chai Thela, Chai Sutta Bar ऐसी कई चायवाले है जो काफी फेमस है। इन्हें जब करियर में सफलता नहीं मिल सकी तो इन्होंने चाय का ही बिजनेस शुरु कर लिया और स्टार्टअप कंपनी बना डाली। लेकिन आज हम आपको एक चायवाली की कहानी से रुबरु करवाते है, जो आज मॅाडल चायवाली (Model Chaiwali) के नाम से जानी जाती है। वैसे बहुत ही कम महिलाओं या लड़कियों को आपने चाय बेचते देखा होगा। लेकिन जिनके बारे में हम बताने जा रहे है उनकी कहानी आपको काफी प्रेरित करेगी और ये बताएगी कि जिंदगी में चाहें कितनी भी परेशानियां आए कभी हार नहीं माननी चाहिए। तो फिर चलिए जानते है इनके बारे में….
जानिए क्यों नाम पड़ा Model Chai Wali
हम जिनकी बात कर रहें है, उनका नाम सिमरन गुप्ता (Simran Gupta) है, जो 2018 में मिस गोरखपुर का खिताब जीत चुकी है। लेकिन कोरोना काल के कारण इनके करियर को एक बड़ा झटका लगा, जिसके बाद उन्होंने चाय की दुकान खोलेने की सोची। वहीं सिमरन ने बताया कि परिवार की आर्थिक हालात इतने अच्छे नहीं थे, इसलिए उन्होंने परिवार को सपोर्ट (Support) करने के लिए चाय बेचने का फैसला किया। इसलिए उन्होंन अपनी दुकान का नाम मॉडल चायवाली रखा।
सिमरन के पिता को उनपर है गर्व
सिमरन ने बताया कि उनके परिवार की Income कम थी। उन्होंने नौकरी भी की थी लेकिन सैलरी (Salary) कई महीनों तक पेंडिंग रहने के कारण उनके दिमाग में खुद का बिजनेस शुरु करने का आइडिया आया और उन्होंने चाय की दुकान खोल ली। बता दें कि, सिमरन के पिता को अपनी बेटी पर गर्व है।
सिमरन के इस फैसले से पिता खुश
वहीं सिमरन के पिता का कहना हैं कि जब उनकी बेटी मॉडल (Model) बनी थी, तब भी वो खुश थे और जब बेटी ने चाय बेचने का फैसला किया, तब भी उन्हें भी अपने बेटी के इस फैसले से खुशी हुई।
सिमरन ने साबित किया कोई काम छोटा नहीं
बता दें कि सोशल मीडिया पर कई लोग मिस गोरखपुर (Miss Gorakhpur)सिमरन को काफी सपोर्ट करते है। वहीं उनकी दुकान पर अक्सर जो लोग चाय पीने आते है उसकी तारीफ करते नजर आते हैं। इस मॉडल ने ये साबित कर दिया कि लड़किया किसी से कम नहीं है, वे चाहें तो हर काम को कर सकती है। वहीं सिमरन की कहानी लोगों को ये प्रेरणा भी दे रही कि दुनिया में कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है। अगर इंसान में लगन और कुछ करने का जज्बा हो तो वो हर काम को बखूबी कर सकता है।