उत्तर प्रदेश बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने बुधवार यानी आज विधान परिषद के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है। खास बात यह है कि जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव के पद छोड़ने के तुरंत बाद ही, बिना देरी किए बीजेपी ने दूसरा विधान परिषद के नेता भी चुन लिया। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को नया नेता चयनित किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव ने इस्तीफा देने के पीछे अपनी व्यस्तता को मुख्य कारण बताया है। बता दें कि स्वतंत्र देव के इस्तीफे के बाद अटकलें थी कि पूर्व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा को विधान परिषद के नेता का पद सौंपा जा सकता है, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में हार का सामने करने के बाद केशव मौर्य को डिप्टी सीएम बनाया गया। इसके बाद अब विधान परिषद के नेता का पद सौंपा गया है।
कद छोटा हुआ तो दे दिया इस्तीफा
राजनीति की गलियारों में जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में स्वतंत्र देव सिंह के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद वो केशव प्रसाद मौर्य की तुलना में खुद को छोटा महसूस करने लगे थे। अब स्वतंत्र देव का विधान परिषद के नेता पद से इस्तीफा देना कहीं न कहीं इन चर्चाओं पर सच्चाई उभर कर सामने आने लगी है। मालूम हो कि 16 जुलाई को ही स्वतंत्र देव का प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल पूरा हो गया था। 2022 के विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र देव के नेतृत्व में बीजेपी ने 255 सीटों पर परचम लहराया था।
उत्तर प्रदेश बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बुधवार यानी आज विधान परिषद के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है। खास बात यह है कि जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव के पद छोड़ने के तुरंत बाद ही, बिना देरी किए बीजेपी ने दूसरा विधान परिषद के नेता भी चुन लिया। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को नया नेता चयनित किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव ने इस्तीफा देने के पीछे अपनी व्यस्तता को मुख्य कारण बताया है। बता दें कि स्वतंत्र देव के इस्तीफे के बाद अटकलें थी कि पूर्व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा को विधान परिषद के नेता का पद सौंपा जा सकता है, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में हार का सामने करने के बाद केशव मौर्य को डिप्टी सीएम बनाया गया। इसके बाद अब विधान परिषद के नेता का पद सौंपा गया है।
कद छोटा हुआ तो दे दिया इस्तीफा
राजनीति की गलियारों में जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में स्वतंत्र देव सिंह के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद वो केशव प्रसाद मौर्य की तुलना में खुद को छोटा महसूस करने लगे थे। अब स्वतंत्र देव का विधान परिषद के नेता पद से इस्तीफा देना कहीं न कहीं इन चर्चाओं पर सच्चाई उभर कर सामने आने लगी है। मालूम हो कि 16 जुलाई को ही स्वतंत्र देव का प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल पूरा हो गया था। 2022 के विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र देव के नेतृत्व में बीजेपी ने 255 सीटों पर परचम लहराया था।