Varanasi : कोरोना काल में माता-पिता दोनों को खो देने वाले बच्चे जो पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन स्कीम के तहत लाभान्वित हो रहे हैं उनका गुरुवार को विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी आईएएस हिमांशु नागपाल ने हाल जाना। इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शरण पांडे ने अवगत कराया कि जनपद वाराणसी में पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन योजना के तहत कुल 8 बच्चे लाभान्वित किए जा रहे। सभी बच्चों के खाते में महिला व बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दस लाख रुपए जमा हुए हैं जो कि उन्हें 23 वर्ष पूरे होने के बाद मिलेंगे और 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर बच्चों को स्टाइपेंड मिलना शुरू हो जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि जनपद के दो बच्चे जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूरी कर ली है उनको 5500 रुपए हर महीने मिलना शुरू हो गया है। सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कक्षा 12 तक की शिक्षा प्राप्त कर रहे। सभी बच्चों को 20000 वार्षिक धनराशि उनके खाते में भेजी जा रही है, जिससे वह अपने लिए यूनिफॉर्म, जूते, बैग व अन्य चीजें खरीद सकेंगे। भारत सरकार से सभी बच्चो को आयुष्मान हेल्थ कार्ड प्राप्त हुआ है, जिससे वे 5 लाख तक का इलाज करा सकते हैं।
साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत कक्षा 12 तक की शिक्षा प्राप्त कर रहे 6 बच्चो को 4000 प्रतिमाह की धनराशि उनकी शिक्षा के लिए भेजी जा रही हैं। दो बच्चे जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूरी कर ली है। उन्हें मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के तहत 2500 रूपए प्रतिमाह से लाभान्वित किया जा रहा है। 5 बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत लैपटॉप दिया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी ने सभी बच्चों से व्यक्तिगत बात किया और उनकी रुचि, स्वास्थ्य परिवार के बारे में जाना, बच्चों के पैतृक संपत्ति में उनका नामांतरण करवाने के लिए संबंधित विभाग को पत्र प्रेषित करने, सुरक्षा के दृष्टिगत संबंधित थाने और चिकित्सा संबंधी आकस्मिक आवश्यकता के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को पत्र प्रेषित करने का निर्देश दिया।
इसके साथ ही अगर बच्चों को किसी प्रकार की कोई समस्या होने पर स्वयं का व्यक्तिगत नंबर भी उपलब्ध कराया गया और आश्वासन दिया गया कि अगर उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती है तो कभी भी उनके व्यक्तिगत नंबर पर बात कर सकते हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने एक अभिभावक की भूमिका निभाते हुए सभी बच्चों को प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार को अपने घर पर साथ में लंच करने के लिए भी आमंत्रित किया।
इस बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शरण पांडे, संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह ,विधि सह परिवीक्षा अधिकारी नम्रता श्रीवास्तव ,मंडलीय बाल संरक्षण सलाहकार रिजवाना परवीन ,राजकुमार और विजय उपस्थित रहे।