UP Nikay Chunav Result : उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav Result 2023) में योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का मैजिक चल गया, जिसका परिणाम ये रहा कि बीजेपी ने समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस को बड़ी मात दी है। बीजेपी ने जहां मेयर की सभी 17 सीटों पर अपना कब्जा जमाया तो वहीं नगर पंचायत और नगर पालिका में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतरीन देखने को मिला। तो वहीं दूसरी ओर यूपी की जनता ने सपा, बसपा और कांग्रेस को नकार दिया है। सीएम योगी साल 2017 में यूपी के मुख्यमंत्री बने, तब से यूपी में बीजेपी का जलवा बरकार है, जिसका परिणाम आज सभी के सामने है। आइए जानते है यूपी में बीजेपी की जीत के 5 प्रमुख बड़े कारण जिसके चलते आज एक बार फिर से यूपी भगवामय हो गया।
UP Nikay Chunav Result : जानें यूपी में बीजेपी के जीत के 5 बड़े कारण
माफियाओँ के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की निति
सीएम योगी ने राज्य में माफिया राज के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई। जिसका असर यह हुआ कि उमेशपाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी अतीक अहमद के पूरे परिवार पर पुलिस का शिकंजा कस गया। वहीं, माफिया मुख्तार अंसारी समेत 40 माफिया जेल में हैं। इन माफियाओं की हजार करोड़ की संपत्ति भी जब्त हो गई।
जीत के पीछे योगी की कड़ी मेहनत और चुनावी रैलियां
सूबे में बीजेपी की शत-प्रतिशत जीत के पीछे सीएम योगी की कड़ी मेहनत है। सीएम योगी ने खुद चुनाव प्रचार की कमान संभाली और ताबतोड़ रैलियां की। जिसका नतीजा ये रहा कि बीजेपी की जीत पक्की हो गई। योगी के अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और ब्रजेश पाठक भी जोर शोर से प्रचार में जुटे रहे।
गायब रहे अखिलेश-माया
ऐसा प्रतीत हो रहा था कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनाव से पहले ही हार मान ली थी। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती तो कहीं दिखी नहीं, अखिलेश ने भी चुनाव प्रचार कर खानापूर्ति की, जबकि इसके उलट सीएम योगी ने चुनाव प्रचार में पूरी जान लगा दी। जगह-जगह जनसभाएं, चुनावी रैलियां कर वे विपक्ष पर इस तरह बरसे कि, जिसके बाद चारों ओर सिर्फ बुलडोजर बाबा का जादू चला।
ओवैसी फैक्टर से बंटे मुस्लिम वोटर!
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी की एआईएमआईएम ने हर बार की तरह इस बार भी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के मुस्लिम वोट बैंक पर सेंधमारी की, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को पहुंचा। मेरठ की ही बात करें तो यहां एआईएमआईएम के उम्मीदवार मोहम्मद अनस काफी देर तक बढ़त बनाकर पहले नंबर पर रहे, लेकिन बीजेपी के उम्मीदवार हरिकांत अहलूवालिया ने उनको मात दो दी। जिससे साफ है कि अगर ओवैसी इस सीट पर चाल नहीं ठोकते तो मुस्लिम वोट सपा या बसपा के खाते में जाते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बीजेपी उम्मीदवार की जीत हुई।
योगी का विकास मॉडल और कानून व्यवस्था
यूपी के शहरी इलाकों में योगी का मॉडल और कानून व्यवस्था मुद्दा हिट साबित हुआ है। जिसका परिणाम है कि राज्य में नगर निगर की 17 सीट हैं, जिसमें से गोरखपुर, झांसी, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद, सहारनपुर, मेरठ, लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, वाराणसी, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, अयोध्या, आगरा और मथुरा-वृंदावन सीट पर जनता ने योगी के वादों पर भरोसा जताया और अपने मतों से जीत दिलाई।
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