Election 2023 : छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होने वाले है, ऐसे में कांग्रेस पार्टी इन राज्यों में जोरों शोरों से चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। वहीं दूसरी ओर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने भी चुनाव से पहले संगठन को मजबूत करने और दलित वोटोरों को साधने के लिए खुद कमान संभाल ली है। कांग्रेस पार्टी के शीर्ष सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष 18 अगस्त को तेलंगाना, 22 अगस्त को मध्य प्रदेश और 23 अगस्त को राजस्थान का दौरा करेंगे। वे इन राज्यों में रैलियां कर चुनावी बिगुल फूकेंगे। अब देखना ये दिलचस्प होगा कि क्या मल्लिकार्जुन खरगे इन राज्यों में पार्टी को उसका खोया हुआ वोट बैंक हासिल करने में सफलता दिला पाएंगे।
बसपा के गढ़ छत्तीसगढ़ में सेंधमारी करने की कोशिश
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन इन दिनों चुनावी राज्यों में अपनी पैठ बनाने में जुटे हुए है। आने वाले दिनों में कांग्रेस अध्यक्ष मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में चुनावी सभा करेंगे। वहीं राज्यों के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठक कर चुनावी रणनीति भी तैयार करेंगे। हाल ही में संसद सत्र के खत्म होने के बाद 13 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में आयोजित ‘भरोसे का सम्मेलन’ में शामिल होने पहुंचे थे। यह उनका दूसरा दौरा था। इससे पहले वे फरवरी में पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल होने रायपुर पहुंचे थे।
दलित बाहुल्य क्षेत्रों में अपनी पैठ बनाने की कोशिश
दरअसल, खरगे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ ही पार्टी के बड़े दलित चेहरे में से एक जाने जाते है, इसलिए कांग्रेस उनके बलबूते चुनावी राज्यों में दलित वोटरों को साधने में लगी हुई है। इन्हीं समीकरणों को ध्यान में रखते हुए पार्टी दलित बाहुल्य क्षेत्रों में उनकी रैली आयोजित कर अपनी पैठ बनाने की कोशिश में लगी हुई है।
बता दें कि, छत्तीसगढ़ में खरगे की रैली जांजगीर-चांपा जिले में हुई थी। इस जिले की ज्यादातर सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। यहां भाजपा के साथ साथ बहुजन समाज पार्टी का भी अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक कांशीराम ने भी अपना पहला लोकसभा चुनाव यहीं से लड़ा था। अविभाजित जांजगीर जिले की 6 में सिर्फ 2 सीट पर कांग्रेस विधायक हैं। बाकी दो सीट पर बीजेपी और दो सीटों पर बसपा के विधायक हैं। पार्टी ने अनुसूचित जाति वर्ग का समर्थन हासिल करने के लिए खरगे की सभा आयोजित की थी। इसी क्षेत्र में एससी वर्ग को अपने खेमे में करने की कोशिश बीजेपी भी कर रही है लेकिन भाजपा की सभा से पहले कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की चुनावी सभा करवा कर यह साबित कर दिया कि ये सीटें उनके लिए कितनी अहम है।
इसलिए तेलंगाना, मध्यप्रदेश, जयपुर भी पहुंचेगे खरगे
सूत्रों के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष खरगे छत्तीसगढ़ के बाद 18 अगस्त को तेलंगाना जाएंगे, जहां वो जहीराबाद में एक रैली को संबोधित करेंगे। तेलंगाना के बाद वे 22 अगस्त को मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड के सागर में जनसभा को संबोधित करने पहुंचेंगे। वे भी यहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे। मध्यप्रदेश में दलित वोट बैंक को अपनी तरफ लाने के लिए कांग्रेस-भाजपा जोर लगा रही है। खास बात यह है कि दोनों ही पार्टियों ने इसके लिए बुंदेलखंड को चुना है। बुन्देलखंड के सात जिलों सागर, दमोह, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़ निवाड़ी में कुल 26 विधानसभा सीटें हैं। यहां सबसे अधिक दलित मतदाता है। 23 अगस्त को खरगे राजस्थान के जयपुर भी जाएंगे। कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यालय मिजोरम के साथ भी समन्वय कर रहा है. लेकिन वहां बारिश के चलते बैठक और सभा की तारीख तय नहीं हो पा रही है।
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