वाराणसी। इस वर्ष रंगभरी एकादशी का पर्व तीन मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन बाबा श्री काशी विश्वनाथ खास अकबरी पगड़ी बांध मां गौरा का गौना कराने जायेंगे। इस पगड़ी को लल्लापुरा के गयासुद्दीन बना रहे है, इनका पूरा परिवार इन दिनों बाबा की शाही पगड़ी बनाने में जुटा हुआ है। इस दिन माता गौरा भी विशेष प्रकार से बनीं सिल्क साड़ी में नजर आएंगी।
मोहम्मद गयासुद्दीन ने बताया कि अकबरी पगड़ी को बेहद खास बनाया गया हैं। इसमें जरी ,रेशम व सिल्क के कपड़े,नगीने , दफ्ती ,जरी मोती ,व पंख के साथ साथ अन्य सामानों को लगाया गया हैं। इस वर्ष की पगड़ी लाल रंग की बनी हैं।
बता दें कि, गयासुद्दीन 5 पीढ़ियों से बाबा विश्वनाथ के लिए अलग अलग प्रकार की पगड़ी बना रहे हैं और इस वर्ष उन्होंने बाबा के लिए अकबरी पगड़ी तैयार की हैं। उन्होंने कहा कि बाबा के लिए पगड़ी को बड़े ही साफ सफाई से बनाया जाता है और इसके लिए इनका परिवार कोई शुल्क नहीं लेता है और यही वजह है कि गंगा यमुना तहजीब की डोर को इनके परिवार ने मजबूती के साथ पकड़ी हुई हैं।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी बताते हैं कि रंगभरी एकादशी पर ही रजत सिंहासन पर विराजमान होकर काशी विश्वनाथ मां पार्वती व प्रथमेश के साथ काशी की गलियों में निकलते हैं। शिवभक्त बाबा की अगवानी में काशी की गलियों में गुलाल की होली खेलते हैं।