जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) संस्थान के गणित विभाग में महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की 135 वी जयंती पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यकर्म की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने महान गणितज्ञ रामानुजन के शोध कार्यों, उपलब्धियों, उनके योगदान को विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि कि रामानुजन कम आयु में लगभग 3900 प्रमेय और 120 सूत्रों को प्रकाशित किया। अतिथियों का स्वागत उद्बोधन रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो० देवराज सिंह ने किया। संगोष्ठी में प्रो. मिथिलेश सिंह ने विषय प्रवर्तन किया।
मुख्य अतिथि प्रो. सत्यदेव ने कहा कि श्रीनिवास रामानुजन ‘फेलो ऑफ़ रॉयल सोसाइटी’ के सबसे पहले फेलो थे जिनको गणित के अनूठे योगदान के कारण उनको फ़ेलोशिप दी गयी। प्रो. देव ने मूलभूत गणितीय सूत्रों के माध्यम से रामानुजन टैक्सी नंबर, अंकों के क्रमचय से विभिन्न प्रकार के बनने वाले रजिस्ट्रेशन नंबर के निर्मित करने के बारे में वर्णन किया।आयोजन सचिव डॉ दीपक कुमार मौर्य ने मुख्य वक्ता डॉ. अमित कुमार वर्मा का परिचय कराया।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना के गणित विभाग से आये डॉ. वर्मा ने रामानुजन योग, रामानुजन वर्ग, रामानुजन क्यूब, रीमान जीटा फंक्शन, शोध पत्रों को प्रकाशित करने के लिए रामानुजन जर्नल आदि के बारे में विस्तार से बताया। डॉ सौरभ कुमार सिंह ने संचालन व धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर प्रो.रजनीश भास्कर, डॉ राज कुमार, डॉ प्रमोद कुमार यादव, डॉ. गिरिधर मिश्र, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ मिथिलेश यादव,डॉ. सुनील कुमार, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ.नीरज अवस्थी, डॉ श्रवण कुमार, डॉ. सुशील शुक्ला, डॉ सुजीत चौरसिया, अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।