वाराणसी। वामपंथी दलों द्वारा आयोजित मंडलीय सम्मेलन गुरुवार को जिला कचहरी के पास शास्त्री घाट पर संपन्न हुआ। सम्मेलन के दौरान बड़ी तादाद में लोगों ने हिस्सा लिया और शास्त्री घाट लाल झंडे से भर गया। इस सम्मेलन को सीपीएम, सीपीआई, सीपीआई एम एल के प्रदेश महासचिव ने संबोधित किया। इस अवसर पर सीपीएम प्रदेश महासचिव डॉ हीरालाल ने कहा कि आज जनता के जीवन-जीविका पर भाजपा की मोदी सरकार जबरदस्त हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और 2024 में जनता सबक सिखाएगी।
महंगाई-बेरोजगारी को चढ़ा दिया आसमान पर
उन्होंने आगे कहा कि 2014 में महंगाई, बेरोजगारी कम करने का वादा करने वाली मोदी सरकार ने महंगाई को आसमान पर चढ़ा दिया और बेरोजगारी को भयानक स्थिति में पहुंचा दिया। यह पहली सरकार है जिसने दूध, दही, आटा, चावल पर टैक्स लगाया है। आमदनी दोगुनी होने के बजाय घट गई किंतु अडानी की आमदनी 46 गुना बढ़ गई। वहीं दूसरी तरफ भारतीय संविधान और लोकतंत्र पर भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
मोदी-योगी सरकार जन विरोधी
उन्होंने कहा कि भाजपा कि मोदी व योगी सरकारी जन विरोधी व संविधान विरोधी है, इन्हें पराजित करना आज की सबसे बड़ी मांग है। सीपीआई के प्रदेश महासचिव डॉ गिरीश शर्मा ने कहा कि बुलडोजर केवल गरीबों और अल्पसंख्यकों पर चलाया जा रहा है। दबंग और भाजपा समर्थक माफिया सुरक्षित हैं।
वहीं भाकपा के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि योगी सरकार धुआंधार तरीके से गरीबों को उजाड़ रही है। कम्युनिस्टों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रही है। वामपंथी ताकते इसका समुचित जवाब देगी।
इस सभा का संचालन 3 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल कामरेड नंदलाल पटेल सीपीएम, कामरेड जयशंकर सिंह, कामरेड अमरनाथ राजभर ने किया। सम्मेलन में देवाशीष, मिठाई लाल, शंभू नाथ यादव, गुलाबचंद, विजय बहादुर सिंह, श्याम लाल पटेल, शिव बहादुर पटेल, जय शंकर पांडे,अरविंद राज स्वरूप, अनिल कुमार सिंह, रामजन्म यादव ने विचार व्यक्त किए। अंत में 19 सूत्री मांग पत्र एसीएम चतुर्थ के द्वारा प्रधानमंत्री को भेजा गया।