वाराणसी। महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ के राजाराम शास्त्री आडिटोरियम में शनिवार को आईकिडो (मार्शल आर्ट व आत्मरक्षा प्रणाली) प्रशिक्षण का आयोजन कर महिलाओं व बालिकाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि अपर पुलिस उपायुक्त, (महिला अपराध/मुख्यालय) ममता रानी ने छात्राओं को आत्मरक्षा की जानकारी देते हुए कहा कि अपने जीवन में प्रगति और उन्नति के लिए प्रत्येक नागरिक को शिक्षा स्वास्थ्य सुरक्षा का संवैधानिक अधिकार प्राप्त है। वर्तमान में अगर हमारी बेटियां, महिलाएं आत्मरक्षा की कला में निपुण होती हैं तो यह उनके सुरक्षित जीवन की ना केवल शुरुआत है बल्कि एक संपूर्ण सामाजिक जीवन का सुदृढ़ आधार होगा।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य और सुरक्षा को पाने के लिए महत्वपूर्ण संसाधन है, संकल्प,संयम और साहस। महिलाओं की दृढ़ इच्छाशक्ति ,आत्म संयम और उसके साहस को आंतरिक बल तब मिलता है, जब वह बालिका अपने आप को भौतिक रूप से शारीरिक रूप से समर्थ महसूस करें और इस दिशा में अत्यंत ही प्रभावशाली है सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिया जाना व महिलाओं को आत्मरक्षा में निपुण होने की कला का ज्ञान होना।
एडीसीपी ने आगे कहा कि शारीरिक मानसिक और भावनात्मक संतुलन को बनाए रखने में आत्मसुरक्षा की भावना हमें स्वयं सुरक्षित करती हैं और अपने अपनों को भी सुरक्षित रख सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर दूसरों की भी सहायता कर सकते हैं। इसी संबंध में आत्म सुरक्षा के परिपेक्ष में संवैधानिक व विधिक पहलुओं को स्पष्ट किया और पॅाक्सो अधिनियम, राइट टू प्राइवेसी cyber crime mission Shakti के संबंध में जानकारी दी।
इस दौरान बालिकाओं को Aikido (जापानी) ऊर्जा का सामंजस्य स्थापित करने का तरीका, मार्शल आर्ट और आत्म-रक्षा प्रणाली के बाबत प्रशिक्षित किया गया। जो प्रतिद्वंद्वी के हमले में महारत हासिल करने के लिए पूर्ण मानसिक शांत और अपने शरीर के नियंत्रण को प्राप्त करने के महत्व पर जोर देता है।