वाराणसी। सिगरा थानाक्षेत्र के परेड कोठी इलाके में स्थित एक गेस्ट हाउस के संचालक और मैनेजर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनपर इस गेस्ट हाउस में कोलकाता से मेधावी छात्राओं को काशी भ्रमण कराने लेकर आये NGO संचालक ने गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि गेस्ट हाउस की डारमेट्री जहां छात्राएं ठहरी थीं उसमे CCTV कैमरा लगा था, जब NGO के लोगों ने पूछा तो मैनेजर ने बताया कि बंद है पर कपड़ा बदल रही लड़कियों को शक हुआ तो शिकायत की जिसपर एनजीओ के लोगों ने Varanasi पुलिस बुला ली।
फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सीसीटीवी का डीवीआर ( डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर) कब्जे में ले लिया है और संचालक और मैनेजर को हिरासत में लेकर थाने चली आयी है। एसीपी चेतगंज ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
सिगरा थाना प्रभारी राजू सिंह ने बताया कि कोलकाता का एक NGO गरीब मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए काम करता है। NGO की तरफ से 20 छात्र-छात्राएं को वाराणसी भ्रमण के लिए लाया गया था। NGO के लोग और छात्र-छात्राएं कैंट रेलवे स्टेशन के सामने परेड कोठी कोठी में एक गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे। इन्होंने गेस्ट हाउस में 7 कमरे और एक डॉरमेट्री बुक कराई थी। शनिवार को NGO से जुड़ी कुछ महिलाएं और छात्राएं गेस्ट हाउस की डॉरमेट्री में कपड़े बदल रही थीं। उसी दौरान उनकी नजर होटल के CCTV कैमरे पर पड़ी तो उन्हें शंका हुई। सभी ने NGO संचालक को CCTV के बारे में बताया।
NGO संचालक ने गेस्ट हाउस के रिसेप्शन पर बैठे मैनेजर से पूछा कि कैमरे चालू हैं या बंद हैं। मैनेजर ने बताया कि कैमरे बंद हैं। मगर, NGO संचालक का मन नहीं माना और उन्होंने सिगरा थाने की पुलिस से शिकायत की। सिगरा थाना प्रभारी ने मामले में गेस्ट हाउस प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।