वाराणसी। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इण्डिया (PFI) के वाराणसी में दो सक्रिय सदस्यों को NIA और UPATS ने संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ कर उन्हें UPATS ने Varanasi Police को सौंप दिया था, जहां से मोहम्मद शाहिद और रिजवान अहमद को जेल पुलिस ने उनसे पूछताछ के लिए कस्टडी रिमांड मांगी थी जिसपर कोर्ट ने सोमवार को 55 घंटे की रिमांड मंजूर कर दी है। अब पुलिस इन्हे गुरुवार की शाम 5 बजे वापस जेल पहुंचाएगी। पुलिस ने आरोपियों की सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए प्रार्थना पत्र दिया था।
यह कस्टडी रिमांड 27 सितम्बर सुबह 10 बजे से गुरुवार 29 सितम्बर शाम 5 बजे तक चलेगी। कोर्ट के आदेश के अनुपालन में कल सबसे पहले दोनों का मेडिकल मुआयना होगा उसके बाद पुलिस को सौंपा जाएगा। इसके अलावा जब उन्हें पुलिस जब दाखिल करेंगी तब भी उनका मेडिकल मुआयना किया जाएगा। आरोपी अपने अधिवक्ता को भी पूछताछ के समय 20 मीटर की दूरी पर अपने अधिवक्ता को रख सकेंगे। इस दौरान पुलिस दोनों के घरों की तालाशी, उनेक बैंक अकाउंट की जानकारी और मोबाइल डाटा रिकवरी पर काम करेगी।
उत्तर प्रदेश सहित 11 प्रदेशों में NIA, ED और UPATS ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इण्डिया के सक्रीय सदस्यों के ठिकाने पर 24 सितम्बर को टेरर फंडिंग को लेकर छापेमारी की थी, जिसमे उत्तर प्रदेश के मेरठ और वाराणसी से 6 लोग हिरासत में लिए गए थे, जिसमे वाराणसी के भी दो सदस्य थे। इनसे पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर यूपी-ATS ने उन्हें वाराणसी के आदमपुर थाने की पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस के अनुसार, दोनों वर्ष 2047 तक हिंदुस्तान में इस्लामिक स्टेट की स्थापना के लिए संगठन बनाकर षड्यंत्र रच रहे थे।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के लिए टेरर फंडिंग के आरोप में रिजवान अहमद और मोहम्मद शाहिद को बीते 24 सितंबर को यूपी-ATS ने गिरफ्तार किया था। दोनों को गिरफ्तार कर यूपी-ATS ने उन्हें वाराणसी के आदमपुर थाने की पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस के अनुसार, दोनों वर्ष 2047 तक हिंदुस्तान में इस्लामिक स्टेट की स्थापना के लिए संगठन बनाकर षड्यंत्र रच रहे थे।