वाराणसी। कहते हैं विभिन्न भाषाओं का ज्ञान सम्मान का विषय होता है। ये जानकारी जानकारी अक्सर दूसरों के लिए फायदेमंद साबित होती है। ऐसा ही एक मामला तब सामने आया जब वाराणसी पुलिस कमिश्नर A Satish Ganesh के तेलगु भाषा के ज्ञान से आंध्र प्रदेश की एक महिला जो अपने बेटे से बिछड़ गयी थी उससे मिल सकी। महिला दर्शनार्थी सिर्फ तेलगु जानती थी। महिला के परिजनों को ढूंढने के लिए पुलिस कमिश्नर ने गोदौलिया के पब्लिक एड्रेस सिस्टम से स्वयं तेलगु भाषा में अनाउसमेंट किया जिसके बाद महिला के लड़के ने अपनी मां को पुलिस बूथ पर पहुंचकर गले लगा लिया और वाराणसी पुलिस कमिश्नर और UP पुलिस का धन्यवाद दिया।
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि आंध्रा प्रदेश के राजलक्ष्मी अपने परिजनों के साथ श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन के लिए आयी थीं। गुरुवार की रात गोदौलिया चौराहे पर वह परिजनों से बिछड़ गयीं। यहां उन्होंने पुलिस बूथ देखा तो पुलिस के पास मदद को पहुंची पर समस्या यह कि वह न अंग्रेजी जानती थी और न हिंदी। महिला रोने लगी तो पुलिस ने उसे बूथ में बैठाकर हिंदी और अंग्रेजी में एलान किया पर की एक महिला यहां मिली हैं जो रो रहीं पर कामयाबी नहीं मिली।
इस बात की जानकारी जब पुलिस कमिश्नर को हुई तो वह स्वयं अपर पुलिस आयुक्त संतोष सिंह के साथ गोदौलिया पुलिस बूथ पहुंचे और महिला से तेलगु में संवाद किया और स्थित से अवगत हुए उसके बाद स्वयं ही तेलगु में पब्लिक एड्रेस सिस्टम से सूचना प्रसारित किया जिसके बाद राजलक्ष्मी के पुत्र सतीश कुमार पुलिस बूथ पहुंचे जहां मां को देख वो रोने लगे और उसे गले लगा लिया।
राजलक्ष्मी और उसके पुत्र सतीश ने पुलिस कमिश्नर को धन्यवाद दिया और उत्तर प्रदेश पुलिस आभार जताया और कहा कि पराए शहर में वह बहुत परेशान हो गए थे।