वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ और माता अन्नपूर्णा की नगरी काशी में धनतेरस पर्व से मां अन्नपूर्णा के दर्शन को भक्तों का जनसैलाब उमड़ा है। माता के दरबार मे मंगला आरती के बाद से ही भक्त स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन कर रहे हैं। बता दें कि काशी में साल में सिर्फ 4 दिन धनतेरस से अन्नकूट तक मां अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन होते हैं। साथ ही मां का खजाना बांटा जाता है।
भक्तों में खजाना बांट रहे महंत शंकर पूरी ने बताया कि इस वर्ष भी धनतेरस बड़ा ही शुभ योग का है। देश में समृद्धि रहेगी। देश का कोष भरा रहेगा। उन्होंने बताया कि 9 अभिजीत मुहूर्त के भोर में पूजन व आरती के बाद मां के खजाने की पूजा-पाठ कर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए पट खोला गया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष चांदी का खजाना भी भक्तों में बांटा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि धनतेरस से अन्नकूट तक चलने वाले चार दिवसीय दर्शन को 25 अक्टूबर के दिन सूर्य ग्रहण की वजह से विराम दिया जाएगा। उस दिन दोपहर 2 बजे से शाम साढ़े 7 बजे तक कुल साढ़े पांच घण्टे मंदिर के गर्भगृह और स्वर्णमयी प्रतिमा का पट बंद रहेगा । उसके बाद विधि विधान से पूजन कर भक्तो के लिए पट खोल दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आज भोग आरती के समय दोपहर 12 बजे तक दर्शन होंगे। इसके बाद दोपहर 12.30 से शुरू होकर दर्शन-पूजन रात 11 बजे तक चलेंगे। भक्तों के सुलभ दर्शन के लिए मंदिर प्रशासन के साथ ही साथ वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस मुस्तैद दिख रही है। भक्तों को बांसफाटक से होते हुए गेट नम्बर एक ढुंढिराज गणेश से होते हुए मुख्य द्वार अन्नपूर्णा मन्दिर प्रवेश होते ही बाएं तरफ बनाई गयी अस्थायी सीढ़ियों से होते स्वर्णमयी माता का दर्शन कर राम मंदिर से बाहर निकाला जा रहा है।