वाराणसी। श्रीकाशी विद्वत परिषद ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के शंकराचार्य बनाये जाने पर चल रहे विवाद को विराम दे दिया। शुक्रवार को परिषद के चार सदस्यों ने पराड़कर स्मृति भवन मे प्रेस कांफ्रेंस कर उनको ज्योतिषपीठ का शंकराचार्य बनाये जाने का समर्थन किया है।
इस संबंध में कमलाकांत त्रिपाठी ने बताया कि जो नए शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज ज्योतिष पीठ में और स्वामी सदानंद जी महाराज का द्वारिका शारदा पीठ में बनाए गए है। इनका अभिषेक पूर्ण रूप से शास्त्र सम्मत है, इस कारण काशी विद्वत परिषद इसका पूर्ण रूप से समर्थन करती है । उन्होंने बताया कि हम पूर्ण रूप से इनका समर्थन करते है करते हैं, क्योंकि ये शंकराचार्य बनने के गुण है। वहीं जिन लोगों ने इसका विरोध किया था, उनका इसके पीछे अपना कोई स्वार्थ होगा।