वाराणसी। Gynavapi-शृंगार गौरी मामले में जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में गुरुवार को सुनवाई होगी। हिन्दू पक्ष की चार वादिनी महिलाओं की मांग है कि ज्ञानवापी मस्जिद मिले शिवलिंग की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के एक्सपर्ट्स से कार्बन डेटिंग कराई जाए ताकि शिवलिंग की प्राचीनता पर से संशय हट सके। वहीं वादी संख्या 1 राखी सिंह ने मांग की है कि शिवलिंग की कार्बन डेटिंग न कराई जाए। फिलहाल कोर्ट इस सम्बन्ध में आज सुनवाई करेगी।
हिंदू पक्ष की 5 वादिनी महिलाओं में से सीता साहू, मंजू व्यास, रेखा पाठक और लक्ष्मी देवी की मांग है कि ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग की कार्बन डेटिंग कराई जाए। इसके लिए उन्होंने शिवलिंग मिलने के बाद ही एप्लिकेशन दिया था जिसपर मुकदमें की पोषणीयता के बाद सबसे पहले सुनवाई होगी। वहीं विश्व वैदिक सनातन संघ के अध्यक्ष की भतीजी और इस मुकदमे में वादी संख्या एक राखी सिंह ने शिवलिंग की कार्बन डेटिंग न कराने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इससे उसकी विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लग जाएगा।
बता दें कि इसके पहले हुई सुनवाई में कोर्ट ने उन 16 एप्लीकेशंस का निस्तारण किया था जो इस मुकदमे में वादी बनना चाहते हैं। उसमे सिर्फ 9 लोग कोर्ट पहुंचे थे, जिसमें से एक ने एप्लिकेशन वापस ले ली थी जिसके बाद 8 लोगों को कॉर्ट ने साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा था। वहीं वादी महिलाओं ने इसपर आपत्ति जताते हुए कहा था कि हमारी सहमति से किसी को पार्टी न बनाया जाए।