वाराणसी। तीन दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंची केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) शनिवार कि शाम तमिलनाडु के नाटकोट चेट्टियार समुदाय के संग श्री काशी विश्वनाथ की सप्तऋषि आरती का डोला लेकर बाबा दरबार पहुंची।
इसी क्रम मे शनिवार की शाम केंद्रीय वित्त मंत्री तय समय पर अगत्स्य कुंड पहुंची जहां नाटकोट चेट्टियार नगर क्षेत्रम से बाबा की आरती का समान विधि विधान से गाजे-बाजे के साथ परम्परानुसार निकाला गया, जिसमे केंद्रीय मंत्री भी पैदल बाबा की आरती की सामाग्री लेकर चल रहीं थी। यह शोभायात्रा गोदौलिया, डेढ़सी का पुल होते हुए विश्वनाथ धाम पहुंचा। निर्मला सीतारमण भी बाबा विश्वनाथ की सप्तऋषि आरती में शामिल हुई और बाबा का दर्शन पूजन किया ।
बता दें कि श्रीकाशी विश्वनाथ में प्रति दिन पांच आरती की जाती है जिसमें एक आरती मंदिर न्यास के जिम्मे होती है। भोर में होने वाली मंगला आरती, मध्याह्न भोग आरती और सप्तऋषि आरती और रात्रि श्रृंगार भोग आरती का जिम्मा दक्षिण भारत का चेट्टियार समुदाय उठाता है। अगर इस परंपरा की बात करें तो वर्ष 1813 में आरती के पूजा सामाग्री मानसरोवर स्थित कुमार स्वामी मठ से विश्वनाथ मंदिर ले जाया जाता था।
ये समुदाय प्रतिदिन आरती की सारी सामग्रियों को लेकर गाजे बाजे के साथ बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुँचते हैं। इन्हीं के द्वारा लाई गयी आरती की सामग्री से श्री काशी विश्वनाथ की रोजाना विधि विधान के साथ सभी पहर की आरती की जाती है।