महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार के बाद आखिरकार रविवार को विभागों का बंटवारा हो गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अहम गृह विभाग आवंटित कर दिया। नौ अगस्त को 18 मंत्रियों को शामिल कर अपनी दो सदस्यीय मंत्रिपरिषद का विस्तार करने वाले शिंदे ने शहरी विकास विभाग अपने पास रखा है।
बता दें कि, महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के 39 दिन बाद मंगलवार यानी 9 अगस्त को कुल 18 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। 50-50 फॉर्मूले के तहत भाजपा और शिंदे गुट से 9-9 विधायकों को मंत्री बनाया गया था। अब इन्हीं के बीच विभागों का बंटवारा किया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि फडणवीस वित्त और योजना विभाग भी संभालेंगे और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ही राधाकृष्ण विखे पाटिल नए राजस्व मंत्री होंगे। आइए जानते है इनके अलावा किस नेता को कौन सा विभाग मिला है….
भाजपा के सुधीर मुनगंटीवार को वन मंत्री बनाया गया है। वह पूर्व में भी यह पद संभाल चुके हैं।भाजपा की प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल नए उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री होंगे। इसके साथ ही वह संसदीय कार्य विभाग भी देखेंगे। शिवसेना के शिंदे के नेतृत्व वाले समूह से दीपक केसरकर स्कूली शिक्षा मंत्री बनाए गए हैं और अब्दुल सत्तार को कृषि विभाग दिया गया है।
महाराष्ट्र में शहरी विकास, पर्यावरण, अल्पसंख्यक, परिवहन, आपदा प्रबंधन की ज़िम्मेदारी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मिली है; उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गृह और वित्त मंत्रालय को मिली है।
गुलाबराव पाटिल को जल आपूर्ति और स्वच्छता, उदय सामंत को उद्योग विभाग, गिरीश महाजन को ग्राम विकास एवं पंचायती राज, चिकित्सा शिक्षा, खेलकूद एवं युवा कल्याण, डॉ. विजयकुमार गावित को आदिवासी विकास, सुरेश खाड़े को लेबर विभाग, तानाजी सावंत को सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, रवींद्र चव्हाण को लोक निर्माण (सार्वजनिक उद्यमों को छोड़कर), खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण, दीपक केसरकर को स्कूली शिक्षा और मराठी भाषा, अतुल सावे को सहकारिता, अन्य पिछड़ा वर्ग और बहुजन कल्याण मंत्री बनाया गया है।
नए मंत्रियों में से 70% दागी, सभी करोड़पति
शिंदे की नई टीम में सभी मंत्री करोड़पति हैं। सबसे अमीर मालाबार हिल्स से भाजपा विधायक मंगल प्रभात लोढा हैं। सबसे कम यानी 2 करोड़ की प्रॉपर्टी पैठण सीट से विधायक संदीपन भुमरे के पास है। कैबिनेट में 12 ऐसे मंत्री हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से कुछ पर गंभीर धाराएं भी लगी हैं। चुनावी हलफनामे के मुताबिक मुख्यमंत्री शिंदे पर 18 और उप मुख्यमंत्री पर 4 क्रिमिनल केस दर्ज हैं।
मुख्यमंत्री सबसे कम पढ़े-लिखे
नई कैबिनेट में एक मंत्री 10वीं और 5 बारहवीं पास हैं। इनके अलावा एक इंजीनियर, 7 ग्रेजुएट, 2 पोस्ट ग्रेजुएट और एक डॉक्टरेट की उपाधि ले चुके हैं। बीजेपी के विधायक सुरेश खाडे सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे हैं। सीएम शिंदे भी 10वीं पास हैं और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ग्रेजुएशन किया है।
मंगल प्रभात लोढा के पास 441 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति
मंत्री मंगल प्रभात लोढा पेशे से बिल्डर हैं। चुनावी हलफनामे के मुताबिक उनके पास 441 करोड़ रुपए से अधिक की चल-अचल संपत्ति है। इनमें से 252 करोड़ रुपए से अधिक की चल संपत्ति और करीब 189 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है। 14 लाख रुपए की जगुआर कार, बॉन्ड और शेयर में अन्य निवेश हैं।
लोढा के पास दक्षिण मुंबई में पांच फ्लैट हैं। राजस्थान में एक प्लॉट और उनकी पत्नी के पास मालाबार हिल्स इलाके में एक मकान है। हलफनामे के मुताबिक लोढ़ा पर पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं। वे छह बार विधायक रहे हैं।