वाराणसी। Gyanvapi मस्जिद-शृगार गौरी मामले की पोषणीयता के बाद अब उसपर सुनवाई शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को भी इस केस में अहम फैसला आने की उम्मीद है। कोर्ट में आज वादी संख्या दो से पांच तक के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन की तरफ से की गयी मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग की साइंटिफिक जांच के ऊपर कोर्ट फैसला दे सकती है। वहीं इस मामले में हिन्दू पक्ष दो फाड़ हो चुका है। वादी संख्या एक राखी सिंह के अधिवक्ता ने साइंटिफिक जांच, जिसमे कार्बन डेटिंग को एक उपाय बताया है का विरोध किया है और कोर्ट द्वारा इसकी अनुमति नहीं देने की मांग की है। इस समय जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में सुनवाई शुरू हो चुकी है।
वादी संख्या 2 से 5 तक की महिलाओं के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने पिछली ही तारीख में यह साफ़ किया था कि कार्बन डेटिंग के नाम पर भ्रम की स्थिति बनायी जा रही है। हमने कोर्ट से ASI द्वारा मस्जिद में मिले शिवलिंग की साइंटिफिक जांच कराने की मांग की है नाकि कार्बन डेटिंग की। हमने कोर्ट से कहा है कि कार्बन डेटिंग एक तरिका हो सकता है।
विश्व वैदिक सनातन संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिसेन ने कहा था कि शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की मांग उसके अस्तित्व पर प्रश्न चिह्न लग जायेगा। यही बात उन्होंने कोर्ट में भी रखी है। फिलहाल कोर्ट ने पिछली सुनवाई पर इसपर फैसला सुरक्षित रखा था जो आज आने की संभावना है। कोर्ट परिसर के बाहर काफी गहमा गहमी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है।