Manipur Violence : मणिपुर पिछले कई महीनों से इस कदर हिंसा की आग में जल रहा है कि मानों उसने लोगों की मानवाता को खत्म कर दिया हो। बुधवार को दो महिलाओं के साथ बर्बरता और भयावहता का जो वीडियो सामने आया, उसने पूरे देश को झंकझोर कर रख दिया है। सारेआम बगैर कपड़ों के परेड कराए जाने और बर्बरता की शिकार हुईं महिलाओं में से एक पीड़िता ने अपनी आपबीती बयां की है, जिसे सुनकर हर कोई सिहर उठेगा।
स्क्रॉल की रिपोर्ट के अनुसार, एक पीड़िता ने बाताया कि मेइती और कुकी समुदायों के बीच झड़प के एक दिन बाद 4 मई को कांगपोकपी जिले में उसके गांव बी फैनोम के पास बर्बरता की गई थी। जब उसे मालूम हुआ कि मेइती भीड़ गांव के घरों को जला रही है तो उसका परिवार और अन्य लोग वहां से भाग निकले लेकिन भीड़ ने उन्हें ढूंढ लिया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके पड़ोसी और उसके बेटे को कुछ दूरी पर ले जाकर मार डाला। इसके बाद भीड़ ने महिलाओं पर हमला करना शुरू कर दिया और ‘हमारे कपड़े उतारने’ के लिए कहा गया।
‘अगर तुम अपने कपड़े नहीं उतारोगी तो…
पीड़िता ने आगे बताया कि ‘जब हमने इसका विरोध किया तो उन्होंने मुझसे कहा- अगर तुम अपने कपड़े नहीं उतारोगी तो हम तुम्हें मार डालेंगे” उसने केवल खुद को बचाने के लिए उनकी बात मानकर सारे कपड़े उतार दिए। इस दौरान पुरुषों ने उसके साथ मारपीट भी की। उसने बताया कि उसे नहीं पता था कि उसकी 21 वर्षीय पड़ोसी के साथ क्या हो रहा है क्योंकि वह कुछ दूरी पर थी।
मैंने ठीक वैसा ही किया जैसा उन्होंने मुझसे कहा…
महिला ने आरोप लगाया कि उसके बाद उसे एक धान के खेत में घसीटकर ले गए और उसे वहां लेट जाने को कहा। महिला ने बताया, ”मैंने ठीक वैसा ही किया जैसा उन्होंने मुझसे कहा। इसके बाद तीन लोगों ने मुझे घेर लिया और उनमें से एक ने दूसरे से कहा, ‘आओ रेप करते हैं’, लेकिन आखिर में उन्होंने ऐसा नहीं किया.” पीड़िता ने कहा, ”वे (पुरुष) रेप करने की हद तक नहीं गए लेकिन उन्होंने मेरे स्तनों को पकड़ा.”
21 वर्षीय महिला से गैंगरेप
रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं के परिजनों की ओर से दर्ज कराई गई पुलिस शिकायत के अनुसार बाद में एक महिला के साथ गैंगरेप किया गया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने 18 मई को सैकुल पुलिस थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की थी। सैकुल पुलिस थाने के एक अधिकारी के अनुसार आरोपियों के खिलाफ रेप और हत्या समेत अन्य आरोप लगाए गए हैं। पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक, घटना 4 मई की दोपहर को हुई थी।
गांव में जबरदस्ती घुसे और घरों को जला दिया
शिकायत में कहा गया कि कुछ अज्ञात बदमाश एके और इंसास राइफल जैसे हथियारों के साथ कांगपोकपी जिले के हमारे गांव में जबरदस्ती घुस गए थे और इसके बाद भीड़ ने घरों को जला दिया और तोड़फोड़ की। शिकायत के अनुसार, घटना में गांव के पांच निवासी शामिल थे जो खुद को बचाने के लिए जंगल की ओर भाग रहे थे। इन लोगों में दो पुरुष और तीन महिलाएं थीं, जिनमें से तीन लोग एक ही परिवार के थे।
शिकायत में बताया गया कि जंगल के रास्ते में नोंगपोक सेकमाई पुलिस थाने की टीम ने उन्हें बचाया लेकिन थाने से दो किलोमीटर दूर टूबू के पास हिंसक भीड़ ने उन्हें रास्ते में रोक दिया और पुलिस टीम की हिरासत से छीन लिया। भीड़ ने पांच लोगों में शामिल 56 वर्षीय व्यक्ति की तुरंत हत्या कर दी। तीन महिलाओं को कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया गया और भीड़ के सामने उन्हें निर्वस्त्र कर दिया गया। 21 वर्षीय महिला के साथ दिनदहाड़े बेरहमी से गैंगरेप किया गया जबकि अन्य दो महिलाएं इलाके के कुछ परिचित लोगों की मदद से मौके से भागने में सफल रहीं।
बहन को बचाने गए छोटे भाई की हत्या
शिकायत में कहा गया कि 21 वर्षीय महिला के छोटे भाई ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन भीड़ में शामिल लोगों ने उसकी मौके पर ही हत्या कर दी। बाद में शिकायत को नोंगपोक सेकमाई पुलिस थाने में ट्रांसफर कर दिया गया।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, 4 मई की इस घटना के मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस घटना का वीडियो बुधवार (19 जुलाई) को सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें मणिपुर में पुरुषों के एक समूह की ओर से दो महिलाओं को निवस्त्र घुमाया जा रहा है।
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