वाराणसी। सावन (Sawan 2023) के चौथे सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ (Shri Kashi Vishwanath) का भव्य भागीरथी श्रृंगार किया गया था। वहीं आज बाबा का पूर्णमासी श्रृंगार होगा। आज पूर्णमासी श्रृंगार में बाबा विश्वनाथ रजत पालकी में विराजेंगे। सावन में पहली बार ऐसा हो रहा है कि दो दिन लगातार काशी पुराधिपति का श्रृंगार किया जाएगा।
सजेगी विशेष झांकी
आज रात 8 बजे श्रृंगार आरती के बाद एक विशेष झांकी सजाई जाएगी। मास पूर्णिमा पर भगवान भूतभावन, माता पार्वती और लंबोदर की पंचबदन रजत प्रतिमा को सजाया जाएगा। उन्हें पारंपरिक वस्त्र और आभूषणों से लैस किया जाएगा। बाबा ज्योर्तिलिंग के पास विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे।
शिवभक्त बाबा विश्वनाथ का सुदंर स्वरूप देख निहाल हो उठे
सोमवार को बाबा विश्वनाथ ज्योर्तिलिंग के भागीरथी श्रृंगार के साथ ही भगवान शंकर, माता पार्वती और सुपुत्र की चल रजत प्रतिमा की झांकी भी दर्शन के लिए रखी गई है। मंगलवार को दर्शन के लिए आने वाले शिवभक्त बाबा विश्वनाथ का सुदंर स्वरूप देख निहाल हो उठे हैं। भागीरथी श्रृंगार में बाबा विश्वनाथ का ज्योर्तिलिंग पंचमुखी सर्प से लिपटा हुआ है। वहीं बाबा को एक खास माला और मुकुट धारण कराया गया है, जिसके शीर्ष पर राम-राम लिखा हुआ है। पूरा शिवलिंग फूलों, बेल पत्रों आदि से ढंक दिया गया है।
बता दें कि, सावन के चौथे सोमवार पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में 6 लाख से ज्यादा शिवभक्तों ने दर्शन पूजन और जलाभिषेक किया था। इस साल सावन के पूरे महीने 64 लाख और सावन के चारों सोमवार पर 23 लाख शिवभक्तों ने बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि पहले सोमवार को रात 12 बजे तक 5 लाख 15 हजार, दूसरे सोमवार को 6 लाख 9 हजार और तीसरे सोमवार को 5 लाख 87 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में पहुंचकर दर्शन-पूजन किया था।
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