Sunday, December 15, 2024
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Kolkata : KVF ने किया सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘नव-उमंग’ का आयोजन, छात्रों और संगीतकारों की शानदार प्रस्तुतियां से लोग हुए मंत्रमुग्ध

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कोलकाता। काशी विरासत फाउंडेशन (केवीएफ) की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम “नव-उमंग” का आयोजन रविवार को सफल रहा। इस कार्यक्रम को कंकाना संगीत अकादमी के सहयोग से आयोजित किया गया था, जिसमें छात्रों और संगीतकार श्री कौशिक सिल और आशीष पात्रा ने शानदार प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इवेंट का हाइलाइट था KVF और श्री कृष्णा कोचिंग सेंटर द्वारा लॉन्च किए गए “लर्न एंड अर्न” नामक एक नए कोर्स का, जो घरेलू महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से था। यह पहल उपस्थित लोगों से अत्यधिक प्रतिस्पर्धा और समर्थन प्राप्त करने के साथ ही अच्छी तरह से स्वागत की गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टीएमसी के काउंसलर राजेश सिन्हा ने ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि काशी का संगीत आज विश्व स्तर पर अपना नाम कमा रहा और एक दिन काशी विरासत फाउंडेशन भी ये मुकाम हासिल करेगा।

काशी विरासत फाउंडेशन की संस्थापक शिवानी खन्ना ने अपनी आभार प्रकट की डॉ सुधा दत्ता-काशी विरासत फाउंडेशन की चेयरपर्सन, राजरूपा देब-पेट्रन और धीरा रॉय-अध्यक्ष के मार्गदर्शन और सहयोग के लिए। उन्होंने भी केवीएफ की सह-संस्थापक स्वाति सिंह, संस्कृतिक सचिव- प्रीति खन्ना, टेजर्डर प्रेम नाथ मेहरोत्रा और इवेंट कोऑर्डिनेटर-सीमा मेहरोत्रा को इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया।

शिवानी खन्ना ने कार्यक्रम को संचालित करने में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए मिस कोंकना भट्टाचार्य और कंकना संगीत अकादमी को सम्मानित किया। वह छात्रों को उनकी मेहनत और समर्पण के लिए सराहा और उन्हें आश्वस्त किया कि वे कंकना दी के मार्गदर्शन में उच्चतम तक पहुँचेंगे।

“मैं शीघ्र ही सभी के आशीर्वाद का अनुरोध करती हूं ताकि केवीएफ का भविष्य उज्ज्वल हो,” शिवानी खन्ना ने कहा और उन सभी लोगों का धन्यवाद दिया जोने उनका समर्थन किया।

काशी विरासत फाउंडेशन के बारे में:

काशी विरासत फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है जो वाराणसी और इसके आस-पास के क्षेत्रों की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है। फाउंडेशन का उद्देश्य पारंपरिक भारतीय कला रूपों, जैसे संगीत, नृत्य और शिल्प को बढ़ावा देना है, कलाकारों और छात्रों को उनकी कौशल का प्रदर्शन करने और एक दूसरे से सीखने के अवसर प्रदान करके।

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