Patna : बिहार में एक बार रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को लेकर एक विवादित बयान सामने आया है, जिसके बाद सियासत गरमाने वाली है। दरअसल, दानापुर से आरजेडी विधायक ने कहा कि इतिहास उठाकर देख लीजिए रामचरितमानस मस्जिद में लिखी गई थी। भाजपा के लोग मुसलमानों से क्यों नफरत करते हैं, पता नहीं। वे हिंदू हिंदुत्व की बात करते रहते हैं ऐसे में तो उनकी पार्टी में जितने मुस्लिम हैं उनको पार्टी से निकाल ही देना चाहिए।
जदयू नेता अशोक चौधरी ने किया पलटवार
RJD विधायक रीतलाल यादव (Reeta Lal Yadav) के बयान के बाद जेडीयू नेता (JDU) और बिहार कैबिनेट के भवन निर्माण मंत्री मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Chaudhary) उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा कि -पता नहीं उनकी कितनी परिपक्वता है, कितनी इतिहास की जानकारी है। हमको लगता है इस तरह के बयान से परहेज करना चाहिए। अब तो उसके लिए पूरा इतिहास पढ़ना पड़ेगा बिना पढ़े कैसे कहा जा सकता। हमलोग तो जानते हैं कि बाल्मीकि और तुलसीदास ने रामायण लिखा और भगवान ने प्रेरणा दी उनको लिखने के लिए, जो हम लोगों की जानकारी है। तो जबतक ऐसा कोई सबूत ना हो तो ऐसे बयान से बचना चाहिए।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कही ये बात
इसके अलावा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कहा कि कोई भी बयान हो संविधान के दायरे में देना चाहिए और काफी सोच समझ कर बोलना चाहिए। कोई ऐसा बयान देना ही नहीं चाहिए जिससे किसी की आस्था को चोट पहुंचती है।
पहले भी बिहार में रामचरितमानस पर नेता दे चुके है विवादित बयान
बता दें कि, रीतलाल यादव दानापुर से राष्ट्रीय जनता दल के विधायक हैं और उनकी गिनती राजद के बाहुबली नेताओं में भी की जाती है। बिहार में इससे पहले भी रामचरितमानस को लेकर विवाद हो चुका है और ऐसे विवादित बयान सामने आ चुके है। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने रामचरितमानस पर ही सवाल उठा दिए थे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि रामचरितमानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है। अब फिर से एक राजद नेता रीतलाल यादव ने अपने इस बयान से नया राग छेड़ दिया है जिसपर सियासत गरमाने की संभावना हैं।
देश-विदेश की ताजा खबरें पढ़ने और अपडेट रहने के लिए आप हमें Facebook Instagram Twitter YouTube पर फॉलो व सब्सक्राइब करें
Join Our WhatsApp Group For Latest & Trending News & Interesting Facts