Asad Ahmed Life Story : उमेश पाल हत्याकांड में वांटेड गैंगस्टर अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के बेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद को UP STF ने झांसी में एनकाउंटर कर आज ढेर कर दिया। असद और शूटर गुलाम दोनों पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा गया था। दोनों ने 24 फरवरी को उमेश पाल के मर्डर के बाद ही फरार चल रहे थे, लेकिन आज झांसी में इनकी लोकेशन मिलने पर पुलिस ने इन्हें मार गिराया। बता दें कि असद, जो कि माफिया अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा था, उसे लखनऊ के टॉप स्कूल से इसी साल 12वीं कक्षा पास की थी। आज हम आपको असद अहमद (Asad Ahmed) की पूरी कहानी बताएंगे, कि विदेश में पढ़ाई करने की ख्वाहिश रखने वाले ने कैसे अपराध की दुनिया में कदम रखा।
कानून की पढ़ाई के लिए जाना चाहता था विदेश
असद अहमद ने लखनऊ के टॉप स्कूल से इसी साल 12वीं कक्षा पास की थी, वो पढ़ाई लिखाई में काफी तेज था। आगे की कानून की पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहता था लेकिन परिवार के आपराधिक इतिहास की वजह से उसका पासपोर्ट क्लियर नहीं हुआ था। उमेश पाल केस में असद का गोलीबारी का सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद अब वह पुलिस के निशाने पर था।
पिता और चाचा की गैरमौजूदगी में अतीक के दो बड़े बेटे उमर और अली पिछले कुछ सालों से गिरोह चला रहे थे, उस समय असद पढ़ाई कर रहा था। पुलिस को शक था कि असद ने उमेश पाल की हत्या की योजना बनाने के लिए जेल से अतीक और अशरफ से सलाह ली थी।
महंगी घड़ियों और फोन का शौकीन था
उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य शूटर असद अहमद मंहगी गाड़ियों और फोन का शौकीन था। वो विदेशी घड़ियां पहनता और मंहगे फोन इस्तेमाल करता था। कुछ रिपोर्ट ये भी दावा करती हैं कि छापे के दौरान असद के पास से एक एप्पल आईफोन भी मिला। असद ने फोन ट्रैक होने के डर से अपना फोन लखनऊ वाले फ्लैट में ही छोड़ दिया। वहीं असद के पास स्विट्जरलैंड की ब्राडेंड सेंट्रिक्स घड़ी है, जिसकी कीमत एक लाख से ज्यादा है।
स्कूल में ही शुरू कर दी थी गुंडागर्दी
अतीक के बेटे असद ने स्कूल से ही गुंडागर्दी शुरू कर दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, अतीक के पांचों बेटे प्रयागराज के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ते थे। कुछ साल पहले स्कूल में एक प्रतियोगिता हारने पर उसने न सिर्फ जीतने वाले सहपाठियों बल्कि बीच बचाव करने वाले अध्यापकों को भी पीट दिया था। अतीक के अन्य बेटे भी कम नहीं थे। कॉलेज में क्रिसमस मेले पर जब वे चलते थे तो पीछे सौ डेढ़ सौ लड़कों का हुजूम चलता था। किसी भी स्टाल पर मुफ्त में खा लेना। किसी भी झूले पर एक डेढ़ घंटे के लिए कब्जा कर लेना आम बात थी।
चाचा अशरफ से ट्रेनिंग लेता था असद
उमेश मर्डर के बाद सुर्खियों में आया असद अहमद चाचा अशरफ का सबसे प्रिय भतीजा था। चाचा अशरफ ने ही उसे गोली चलाना, कार रेसिंग और घुड़सवारी में महारत दिलवाई थी। सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि क्रेटा कार से एक युवा सदरी पहने हुए तेजी से निकलता है और धड़ाधड़ गोली चलाना शुरू कर देता है. गोली चलाता हुआ शख्स असद ही था।
बड़े भाइयों के जेल जाने के बाद असद ने संभाला गैंग
साल 2018 में अतीक का सबसे बड़ा बेटा उमर सुर्खियों में आया था। उस समय उमर ने लखनऊ में एक प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल को किडनैप किया था। मोहित जायसवाल का अपहरण करके उमर उसे देवरिया जेल ले गया था, उस समय अतीक अहमद इसी जेल में बंद था। अतीक के दूसरे नंबर के बेटे अली के खिलाफ भी हत्या के प्रयास और जबरन वसूली के मामले दर्ज हैं।
दोनों भाइयों के सरेंडर के बाद असद ने संभाली गिरोह की कमान
जांच एजेंसियों ने दोनों भाइयों पर ईनाम घोषित किया था। दोनों भाइयों ने जुलाई में पकड़े जाने और एंकाउटर के डर से आत्मसमर्पण कर दिया था। यूपी पुलिस को संदेह है कि की बागडोर संभाली।
6 महीने पहले ही रखा था जुर्म की दुनिया में कदम
असद अहमद ने 6 महीने पहले जुर्म की दुनिया में कदम रखा था, उसपर कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं था, लेकिन 24 फरवरी को प्रयागराज की सड़क पर उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या के बाद असद अहमद यूपी का मॉस्ट वांटेड क्रिमिनल बन गया। पुलिस की पड़ताल में पता चला कि असद ही आधा दर्जन शूटरों को लीड कर रहा था।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद से था फरार
हत्याकांड के बाद से असद फराह हो गया और उसकी तलाश में यूपी पुलिस की एसटीएफ नेपाल तक खाक छान आई थी। असद ने राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की दिन-दहाड़े हत्या करके पुलिस के इकबाल पर सवाल खड़ा कर दिया था। असद पर ढाई लाख का ईनाम घोषित किया गया लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया।
अपराध की दुनिया के बमबाज के साथ रहता था असद
गुड्डू मुस्लिम अतीक अहमद का करीबी बताया जाता है। उस पर आरोप है कि अतीक के ही कहने पर ही उमेश पाल पर गोलियां चलाई थी। हमले के दौरान बमबाज शूटर गुड्डू मुस्लिम सफेद शर्ट पहने था। अपराध की दुनिया में गुड्डू मुस्लिम को ‘बमबाज’ के नाम से भी जाना जाता है। उमेश पाल हत्याकांड में अतीक के बेटे असद के अलावा अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर पर डीजीपी से ढाई-ढाई लाख का ईनाम रखा है।
असद से पहले उसके पिता और चाचा खालिद, और भाई उमर और दूसरे नंबर के भाई अली अहमद पर ईनाम घोषित किए जा चुके थे। उमेश पाल हत्याकांड से पहले तक इनमें सबसे बड़ा ईनामी असद का चाचा और माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ था।
सीसीटीवी फुटेज में क्या मिला
असद अहमद 24 फरवरी 2023 को प्रयागराज में उमेश पाल ट्रिपल मर्डर को अंजाम देने पहुंचा था। सीसीटीवी में वो खुले चेहरे में हाथ में लोडेड हथियार लिए हुए दिख रहा है। घटनास्थल पर उसकी चाल-ढाल से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि मर्डर की कमान उसी ने संभाल रखी थी। घटना को अंजाम देने के बाद से ही लगातार पुलिस उसके तलाश में थी और आज आखिरकार उसे झांसी में एकाउंटर कर मार गिराया गया।