लखनऊ। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की दो दिवसीय 83वीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक संपन्न हुई। इस सभा में नेपाल बिहार उत्तराखंड झारखंड उड़ीसा महाराष्ट्र पश्चिम बंगाल छत्तीसगढ़ पंजाब हरियाणा मध्य प्रदेश दिल्ली और गोवा आज राष्ट्र से प्रतिनिधि बैठक में सम्मिलित हुए। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार डॉ अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि कायस्थ समाज के लोगों का राष्ट्र निर्माण और समाज सेवा में बड़ा व्यापक योगदान रहा है।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी अपने संबोधन में कहा कि 1952 मैं जब देश का आजाद हुआ था तब विधानसभा में कायस्थ 54 सदस्य थे, लेकिन वर्तमान समय में चार से पांच संख्या है। निश्चित रूप से समस्या को विचार चिंतन का विषय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड के सभी प्रदेश में कायस्थों की कमजोर स्थिति चली आ रही है। हम लोगों को उस पर गंभीर चिंतन करना होगा लोकतंत्र में विभिन्न जाति वर्ग संप्रदाय के की जात को प्रभाव को सब देव कायस्थ के लोगों को एक जुटता और उसकी ताकत को प्रमाणित करना होगा।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता हरीश श्रीवास्तव ने कहा कि जहां भी जाता हूं प्रदेश या अन्य प्रदेश में कायस्थ समाज अपनी राजनीतिक भागीदारी को लेकर छत पूर्ण बात करता है। उन्होंने कहा कि निश्चित ही केंद्र सरकार में एक भी कायस्थ समाज से मंत्री ना होना और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में जहां कायस्थ समाज में तीन से चार मंत्री हुआ करते थे वहां एक भी कैबिनेट मंत्री नहीं है शोध का विषय होना चाहिए। यह सिद्धांत स्वाभाविक है और इस तरह से कायस्थ समाज राजनीति प्रशासनिक अकादमी न्याय क्षेत्रों में पूरी तरह उपेक्षित होता जा रहा है इसमें हम केवल अपनी एकता और वोट की ताकत से ही बदल सकते हैं।
उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की 83वी राष्ट्रीय कार्यकारिणी प्रथम चरण की बैठक का शुभारम्भ राष्ट्रगान, दीप प्रज्वलन एवं चित्रगुप्त आरती के साथ हुआ। इस महासभा की बैठक में राज्यमंत्री माननीय डॉक्टर अरुण कुमार, चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह विधायक प्रयागराज की मुख्य रूप से उपस्थिति रही। इस महासभा की बैठक में देश के लगभग सभी प्रदेशों के कार्यकारिणी के 125 सदस्यों सहित नेपाल के भी लोगों की उपस्थित रही।
महासभा की अध्यक्षता करते हुए अखिल भारतीय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा की पहले कई केंद्रीय मंत्री के साथ साथ सांसद हुआ करते थे, लेकिन वर्तमान में केंद्र में जो भी थे वो हटा दिए गए और वर्तमान में प्रदेश में सिर्फ 1 राज्यमंत्री सहित 5 विधायक है, जो कि पहले कैबिनेट का एक मंत्री था मतलब वर्तमान में कायस्थों को बंधुआ मजदूर समझ कर उनका राजनैतिक हैसियत ख़त्म करने का प्रयास किया जा रहा है।
कार्यक्रम उद्घाटन झंडारोहण और दीप प्रज्वलन के साथ का प्रारंभ हुआ कार्यक्रम का संचालन मीरा वर्षा सिन्हा ने किया कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष हृदय नारायण श्रीवास्तव सभी अतिथियों का अंग् वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।
इस महासभा में विभिन्न क्षेत्रों से 9 विभूतियों को कायस्थ गौरव 2022 से विभूषित किया जिसमें अनूप श्रीवास्त को प्रबंधक, महर्षि विद्या मंदिर को शिक्षा व सामाजिक क्षेत्र, हेमंत श्रीवास्त्व को लेखन व सामाजिक क्षेत्र, मृगांक शेखर आनद व डॉक्टर श्रीकांत श्रीवास्तव को पत्रकारिता व सामाजिक क्षेत्र में, मरणोपरांत इंजीनियर सत्येंद्र नारायण लाल को अवयांत्रिक व समाज सेवा, शेखर कुमार, अलोक श्रीवास्तव, मनोरमा श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, सत्यव्रत लाल श्रीवास्तव को धार्मिक व सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने के लिए कायस्थ गौरव से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा अमृत महोत्सव पत्रिका का विमोचन भी किया गया, कार्यक्रम के अंत में राजनैतिक प्रकोष्ट के प्रदेश अध्यक्ष श्री शेखर कुमार ने आये हुए सभी अतिथियों को धन्यवाद प्रेषित किया।