International Day of Happiness 2023 : हर साल 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस (International Day of Happiness 2023) मनाया जाता है। साल 2013 में संयुक्त राष्ट्र ने इसे सेलिब्रेट करना शुरू किया था। संयुक्त राष्ट्र 20 मार्च को ये दिन दुनिया भर के लोगों में खुशी के महत्व के प्रति जागरूकता को बढ़ाने के लिए मनाता है। आज इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस के मौके पर दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की लिस्ट जारी हुई है। इसमें फिनलैंड ने फिर से टॉप किया है। सबसे खास बात कि पिछले 6 सालों से फिनलैंड लगातार इस लिस्ट में टॉप पर बना हुआ है। आइए एक नजर डालते है World Happiness Report की लिस्ट पर…
क्या है अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस 2023 की थीम?
इस बार इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस 2023 (International Day of Happiness 2023) की थीम ‘Be Mindful. Be Grateful. Be Kind रखी गई है। इसके जरिए लोगों को ये बताने की कोशिश की जाएगी कैसे कुछ एक्सरसाइज (exercise) और आदतों के ज़रिए वो खुश रह सकते हैं।
एशियाई देशों के लिए यह रिपोर्ट निराशाजनक
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट (World Happiness Report) के मुताबिक, यह रिपोर्ट गैलुप वर्ल्ड पोल (Gallup World Poll) के आधार पर तैयार की गई है, लोकिन एशियाई देशों के लिए यह रिपोर्ट निराशाजनक है। टॉप 20 खुशहाल देशों की लिस्ट में एक भी एशियाई देश शामिल नहीं है। टॉप 20 खुशहाल देशों में फिनलैंड के साथ-साथ डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन और नॉर्वे जैसे देश भी शामिल हैं।
जानें टॉप 20 की लिस्ट में कौन-कौन से देश शामिल है
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट के मुताबिक, इस लिस्ट में पहले नंबर पर फिनलैंड है, दूसरे नंबर पर डेनमार्क है, तीसरे नंबर पर आइसलैंड है, चौथे नंबर पर इजरायल है, पांचवें नंबर पर नीदरलैंड है, छठें नंबर पर स्वीडन है, सातवें नंबर पर नॉर्वे है, आठवें नंबर पर स्विट्जरलैंड है, नौवें नंबर पर लक्जमबर्ग है, दसवें नंबर पर न्यूजीलैंड है, 11वें नंबर पर ऑस्ट्रिया है, 12 नंबर पर ऑस्ट्रेलिया है, 13वें नंबर पर कनाडा है, 14 नंबर पर आयरलैंड है, 15वें नंबर पर यूनाइटेड स्टेट है, 16 नंबर पर जर्मनी है, 17वें नंबर पर बेल्जियम है, 18वें नंबर पर चेक रिपब्लिक है, 19वें नंबर पर यूनाइटेड किंगडम है और 20वें नंबर पर लिथुआनिया है।
इन देशों को इस आधार पर सबसे खुशहाल बताया गया है
बता दें कि, वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट ने इन देशों के लोगों की लाइफस्टाइल, वहां की जीडीपी, सोशल सपोर्ट, बेहद कम भ्रष्टाचार और एक दूसरे के प्रति दिखाए गए प्रेम को आधार बानाकर दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की लिस्ट जारी करती है। इसी आधार पर वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट ने अपनी रैंकिंग में फिनलैंड को इस बार भी सबसे टॅाप पर रखा है, लेकिन अगर हम इस रिपोर्ट में सबसे नीचे नजर डालें तो वहां हमें अफगानिस्तान 137वें पायदान पर मिलेगा।
ये है फिनलैंड के खुशी का राज
दरअसल, फिनलैंड जैसे देश उन चीजों में बेहतर हैं जिनकी वजह से ज्यादातर दुनियाभर के देश इस वक्त संघर्ष कर रहे हैं। इनमें जीडीपी, लाइफ़स्टाइल शिक्षा, स्वास्थ्य, सोशल सपोर्ट और भ्रष्टाचार बेहद अहम मुद्दे हैं। फिनलैंड में वहां के लोगों के लिए अच्छी शिक्षा जो ज्यादातर बिल्कुल मुफ्त है, अच्छा स्वास्थ्य, एक बेहतरीन लाइफस्टाइल और कई चीजें सरकार मुहैया कराती है, यानी वहां के लोग जितनी कोशिश अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए करते हैं, उतनी ही कोशिश वहां की सरकार भी अपने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए करती है। यही कारण है कि पिछले 6 वर्षों से फिनलैंड वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में पहले नंबर पर बना हुआ है।