Bisleri selling Reason : दिग्गज उद्योगपति रमेश चौहान (Ramesh Chauhan) ने पैकेज्ड वाटर के कारोबार बिसलेरी (Bisleri) को बेचने का फैसला किया है। चौहान इस कंपनी को टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (TCPL) में अनुमानित 6,000 से 7,000 रुपये करोड़ में बेच रहे हैं। 82 वर्षीय चौहान ने सिर्फ 27 साल की उम्र में भारत में पैकेज्ड मिनरल बॉटल बेचना शुरू किया था। हाल के दिनों में चौहान का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, उनका कहना है कि बिसलेरी को आगे बढ़ाने के लिए उनके पास उत्तराधिकारी नहीं है उनकी बेटी जयंती Business में ज्यादा रुचि नहीं रखती, जिस कारण ये मुश्किल फैसला लेना पड़ रहा है, जो काफी दर्द देने वाला है।
बिसलेरी को बेचना अभी भी एक दर्दनाक फैसला
चौहान का कहना है कि Tata Group इसका और भी बेहतर तरीके से पालन पोषण और देखभाल करेगा, लेकिन बिसलेरी को बेचना अभी भी एक दर्दनाक फैसला था। वैसे बिसलेरी को लेने के लिए रिलायंस रिटेल, नेस्ले और डेनोन सहित कई कंपनियों ने पूरे प्रयास किए थे। टाटा के साथ बातचीत दो साल से चल रही थी और उन्होंने कुछ महीने पहले टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और टाटा कंज्यूमर के सीईओ सुनील डिसूजा से मुलाकात के बाद अपना मन बना लिया था।
इस कारोबार को मैंने काफी जुनून के साथ बनाया
चौहान ने कहा कि ये सौदा सिर्फ पैसों का नहीं था “यहां तक कि मुझे नहीं पता कि मैं इस पैसे के साथ क्या करूंगा। उन्होंने कहा कि इस कारोबार को मैंने काफी जुनून और मेहनत के साथ खड़ा किया है और इसके कर्मचारियों ने भी उसी लगन के साथ काम किया है। मैं ऐसे लोगों की तलाश में था जो इसका ध्यान रखें। चौहान ने सीईओ एंजेलो जॉर्ज की अध्यक्षता वाली एक पेशेवर टीम को दिन-प्रतिदिन का मैनेटमेंट सौंप दिया है। चौहान ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 के लिए बिसलेरी ब्रांड का कारोबार 220 करोड़ रुपये की प्रॅाफिट के साथ 2,500 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
पैकेज्ड वाटरकारोबार से बाहर निकलने के बाद करेंगे ये काम
ईटी की रिपोर्ट के अनुसार टाटा ग्रुप ने बिसलेरी के लिए 12 सितंबर को ऑफर दिया था। बिजनेस बेचने के बाद चौहान को अल्पसंख्यक हिस्सेदारी रखने का कोई मतलब दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि जब मैं शो नहीं चला रहा हूं तो मैं इसका क्या करूंगा? पैकेज्ड वाटर के कारोबार से बाहर निकलने के बाद, चौहान का इरादा पर्यावरण और धर्मार्थ कारणों जैसे जल संचयन, प्लास्टिक रीसाइक्लिंग और गरीबों को मेडिकल सेवाएं देने में सहायता करने पर फिर से ध्यान केंद्रित करना और इनवेस्ट करना है।
1969 से पहले इटालियन ब्रांड था बिसलेरी
बता दें कि बिसलेरी भारत की सबसे बड़ी पैकेज्ड वॉटर कंपनी है। बिसलेरी मूल रूप से एक इटालियन ब्रांड था जिसने 1965 में मुंबई में भारत में दुकान की स्थापना की थी। रमेश चौहान ने 1969 में इसे खरीदा था, अभी कंपनी के 122 ऑपरेशनल प्लांट हैं और भारत और पड़ोसी देशों में 4,500 डिस्ट्रीब्यूटर्स और 5,000 ट्रकों का नेटवर्क है। चौहान ने बिसलेरी के अलावा थम्स अप, माजा और लिम्का जैसे सॉफ्ट ड्रिंक के ब्रांड्स की भी शुरुआत की थी।
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